
स्त्री की कामेच्छा का गुप्त कोड जानना लगभग नमुमकिन है। ऐसा लगता है कि पुरुषों की कमियों जैसे शीघ्रपतन के बारे में साइंस के पास बहुत कुछ है लेकिन बात जब स्त्रियों की हो, तब बात थोड़ी और मुश्किल हो जाती है।
यही कारण है कि खाली स्त्री की कमेच्छा ही सम्पूर्ण सुख का एक मार्ग नहीं हो सकती है। कामेच्छा बहुत से फ़ैक्टर्स पर निर्भर करती है, ऐसा एक्पर्ट विश्वास है। इसमें मानसिक स्थिति और संवेदना का बड़ा हाथ है, न कि केवल मनोवैज्ञानिक फ़ैक्टर्स का। जिससे आपका मूड बनने में कठिनाई होती है।
केट थॉमस, पीएचडी, बताती हैं कि कुछ स्त्रियों को मेडिटेशन से बहुत लाभ मिलता है; इसका कारण हम नहीं जानते हैं। जब बड़े पैमाने पर बात की जाए तो सामान्य कामेच्छा सबके लिए अगल अलग है। इसलिए यह कहना कि कम कमेच्छा क्या है, बड़ा मुश्किल है।
स्त्री की कामेच्छा असर डालने वाले कारण
आइए स्त्री की कामेच्छा को प्रभावित करने वाले विभिन्न फ़ैक्टर्स को जानते हैं –
1. अपर्याप्त नींद लेना
जो महिलाएँ पूरी नींद लेती हैं उनमें कामेच्छा उच्च स्तर की होती है और अगले दिन भी उत्तेजना अच्छी होती है। पर्याप्त नींद लेने वाली स्त्रियों में 14% अधिक कामेच्छा पाई गई। इसके अलावा भी पूरी नींद लेने के फ़ायदे होते हैं।
2. बिगड़े हुए सम्बंध
रिश्ते में अनबन स्त्री के मूड को काफ़ी प्रभावित करती है। सम्बंध कितने साल से फल-फूल रहा है, इसका भी स्त्री की कामेच्छा से सीधा सम्बंध होता है। रिश्ते की शुरुआत में स्त्रियों में कामेच्छा उच्च स्तर की होती है, जबकि समय के साथ वह धीमी पड़ जाती है। यह बहुत सामान्य बात है, जब यह एक रूटीन बन जाए।
3. इंडोक्रिन अंसतुलन
कुछ प्रकार के फ्थैलेट्स – फ्थैलिक एसिड का एक सॉल्ट – जो प्लास्टिक, पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स, क्लीनिंग प्रोडक्ट्स और फ़ास्ट फ़ूड में भी होते हैं, आशंका है कि ये इंडोक्रिन अंसतुलन पैदा करते हैं। ऐसी चीज़ों के सम्पर्क में रहने टेस्टॉस्टेरोन लेवल घट जाता है, जिससे कामेच्छा में कमी आती है।
स्वास्थवर्धक भोजन खाने और संतुलित जीवनशैली आप अपनी कामेच्छा को सुधार सकते हैं।
4. दवाओं के साइडइफ़ेक्ट्स
डिप्रेशन या अवसाद, ब्लडप्रेशर और ट्रांसडर्मल बर्थ कंट्रोल की दवाएँ लिबीडो कम कर देती हैं।
5. शिशु का जन्म
माँ बनने के बाद एक साल तक मनोवैज्ञानिक कारणों से स्त्री की कामेच्छा कम हो जाती है। माँ के स्तनों में दूध बनाने वाला प्रोलैक्टिन हार्मोन कामेच्छा को घटा देता है। कुछ स्त्रियों को अपनी कामेच्छा वापस पाने के लिए हार्मोन थेरेपी भी करवानी पड़ती है।
6. ज़्यादा शराब बिना
थोड़ी शराब आपकी कामेच्छा बढ़ा देती है, लेकिन ज़्यादा पीने से वह ख़त्म हो सकती है। अधिक शराब पीने से शरीर पर काफ़ी बुरा प्रभाव पड़ता है, जिसमें आपकी प्रजनन क्षमता भी घट जाती है। इसलिए पियक्कड़ों में लिबीडो कम हो जाती है।
7. स्मोकिंग और दूसरे ड्रग्स लेना
निकोटीन से शरीर में रक्त संचार धीमा पड़ जाता है। पुरुषों के साथ साथ महिलाओं में उत्तेजना के लिए सेक्स ऑर्गंस में रक्त संचार की बड़ी भूमिका होती है, जिससे लिबीडो प्रभावित होती है। साथ ही हेरोइन जैसे ड्रग्स भी सेक्स ड्राइव को कम करते हैं।
8. व्यायाम
आपका शरीर अगर स्वस्थ है तो आपमें कामेच्छा का स्तर भी सामान्य रहता है। इसलिए नियमित व्यायाम करना शुरु कर दें।
9. मानसिक तनाव
तनाव आपको हर तरह से नष्ट करता है – आपकी त्वचा, आपकी निद्रा और आपका सेक्सी टाइम। इससे आप चिंतित और अकेलापन महसूस करते हैं। जैसा कि स्ट्रेस से नींद बिगड़ जाती है तो इस एंगल से आपकी सेक्स लाइफ़ भी बिगड़ने लगती है। जब आप अपनी घटती लिबीडो को लेकर चिंतित हो तो मामला गंभीर हो जाता है।
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