कॉफी के फलों को पेड़ से तोड़ने के बाद, फैक्ट्री में प्रोसेस करके तैयार करके मार्केट में बेच दिया जाता है। लेकिन लूवक (Luwak) कॉफी के बीजों को प्रोसेस होने से पहले एक अनोखी या यूं कहे की घिनोनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जिसमे की इनके फलों को सिविट जानवरो को खिलाया जाता है और सुबह उसके मल को इकठ्ठा किया जाता है।
यहां होता है उत्पादन:
कैसे तैयार होती है लूवक कॉफी:
1. पेड़ से तोड़े गए लूवक कॉफी के लाल – लाल फल, रात को सिविट को खिलाय जाते है।
2. सिविट फलों के ऊपरी हिस्से को तो डाइजेस्ट कर लेते है पर बीज को डाइजेस्ट नहीं कर पाते है।
3. बीज मल के साथ बाहर आ जाते है, जिन्हे की धोकर इकठ्ठा करके आगे की प्रक्रिया के लिए भेज दिया जाता है।
4. लूवक कॉफी का स्वाद जिसकी की दुनिया दीवानी है, इस विशेष प्रक्रिया के कारण ही आता है।
क्या है कीमत:
इसे संसार की सबसे महँगी कॉफी होने का गौरव प्राप्त है, कीमत 25000 रुपए से 100000 रुपए प्रति किलो है। वहीं इसकी एक कप कॉफी पीने के लिए आपको 2500 से 5000 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। भारत में आपको यह कॉफी केवल कुछ चुनिंदा मल्टी ब्रांड रिटेल स्टोर पर मिल सकती है।
0 comments: