रेलवे के कायाकल्प की कोशिश में जुटी सरकार रेलवे कर्मचारियों का हुलिया भी बदलना चाहती है. लेकिन मुलाजिमों के लिए नई वर्दी तय करने में टॉप डिजाइनर भी महकमे की मदद नहीं कर पा रहे हैं.
बेरी के डिजाइन ठुकराए
मशहूर डिजाइनर रितु बेरी ने 6 महीने की मेहनत के बाद रेलवे के फ्रंट स्टाफ के लिए 12 तरह की ड्रेस डिजाइन की थी. पिछले दिनों उन्होंने रेलवे बोर्ड के आला अफसरों को ये डिजाइन दिखाए लेकिन किसी भी मेंबर को ये डिजाइन पसंद नहीं आए. बेरी ने अपने डिजाइन्स को रेल शिविर के दौरान भी दिखाया था. इसके बाद उन्हें डिजाइनों में सुधार के लिए कुछ सुझाव दिये गए थे. हालांकि सुझाव के बाद तैयार डिजाइनों को भी रेलवे बोर्ड हरी झंडी नहीं दे पा रहा है.
मशहूर डिजाइनर रितु बेरी ने 6 महीने की मेहनत के बाद रेलवे के फ्रंट स्टाफ के लिए 12 तरह की ड्रेस डिजाइन की थी. पिछले दिनों उन्होंने रेलवे बोर्ड के आला अफसरों को ये डिजाइन दिखाए लेकिन किसी भी मेंबर को ये डिजाइन पसंद नहीं आए. बेरी ने अपने डिजाइन्स को रेल शिविर के दौरान भी दिखाया था. इसके बाद उन्हें डिजाइनों में सुधार के लिए कुछ सुझाव दिये गए थे. हालांकि सुझाव के बाद तैयार डिजाइनों को भी रेलवे बोर्ड हरी झंडी नहीं दे पा रहा है.
रेलवे अधिकारियों की सफाई
रेलवे बोर्ड के एक आला अधिकारी का कहना है कि रेलवे के कर्मचारियों का वास्ता ज्यादातर आम आदमी से पड़ता है और डिजाइनर कपड़े उनपर कुछ अजीब लग सकते हैं. अधिकारी के मुताबिक रितु बेरी की पोशाकें मॉडल्स पर तो जंच सकती हैं लेकिन रेलवे कर्मचारी इनमें अजूबा भी लग सकते हैं. हालांकि कोई बी अधिकारी ये नहीं बता पा रहा है कि ड्रेसेज में कौन से बदलाव किये जाने चाहिएं.
रेलवे बोर्ड के एक आला अधिकारी का कहना है कि रेलवे के कर्मचारियों का वास्ता ज्यादातर आम आदमी से पड़ता है और डिजाइनर कपड़े उनपर कुछ अजीब लग सकते हैं. अधिकारी के मुताबिक रितु बेरी की पोशाकें मॉडल्स पर तो जंच सकती हैं लेकिन रेलवे कर्मचारी इनमें अजूबा भी लग सकते हैं. हालांकि कोई बी अधिकारी ये नहीं बता पा रहा है कि ड्रेसेज में कौन से बदलाव किये जाने चाहिएं.
इसी साल से काया-कल्प शुरु
दूसरी तरफ, रेल मंत्री सुरेश प्रभु इसी साल रेलवे कर्मचारियों को नई पोशाकों में देखने का मन बना चुके हैं. शुरुआती चरण में गोरखपुर, जयपुर, पुरानी दिल्ली और ग्वालियर रेलवे स्टेशनों को कर्मचारियों के काया-कल्प के लिए चुना गया है.
दूसरी तरफ, रेल मंत्री सुरेश प्रभु इसी साल रेलवे कर्मचारियों को नई पोशाकों में देखने का मन बना चुके हैं. शुरुआती चरण में गोरखपुर, जयपुर, पुरानी दिल्ली और ग्वालियर रेलवे स्टेशनों को कर्मचारियों के काया-कल्प के लिए चुना गया है.
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