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ईमानदार होते हैं गाली-गलौच करने वाले लोग ! जानें कैसे..

एक सर्वे के मुताबिक इस बात का दावा किया गया है कि जो लोग गाली-गलौच करते हैं वो काफी ईमानदार होते हैं।
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    ईमानदार होते हैं ऐसे लोग

    जो लोग गाली देते हैं उन्हें हम लोग अच्छी नजर से नहीं देखते हैं। क्योंकि हमारे समाज ने ऐसा मापदंड तय कर लिया है कि जो लोग गाली-गलौच करते हैं वो अशिष्ट व्यवहार के होते हैं। जबकि ऐसा नहीं है। वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया कि जो लोग गाली देते हैं वो स्वभाव से बहुत ईमानदार और शरीफ होते हैं। हालांकि कई लोग इसे जल्दी स्वीकार नहीं करेंगे लेकिन ये सच है।

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    नहीं पहुंचाते किसी को नुकसान

    गाली देने वाले लोग सिर्फ गालियों में ही अपने गुस्से और भड़ास को निकाल देते हैं। ऐसे लोग कभी किसी को शारीरिक या मानसिक रूप से नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। ऐसे लोेग अपनी गालियों में इसलिए अश्लील भाषा का इस्तेमाल करते हैं, ताकि किसी को शारीरिक रूप से नुकसान ना पहुंचा सकें और बात वहीं पर खत्म हो जाए। लेकिन समाज में इसे अनुचित और अस्वीकार्य माना जाता है।

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    महिलाओं की करते हैं इज्जत

    वैज्ञानिकों ने अपने शोध में ये भी कहा है कि गाली देने वाले लोग महिलाओं की दिल से इज्जत करते हैं। हमारे देश में महिलाओं के साथ जितनी तेजी से अपराध हो रहे हैं उनमें ज्यादातर शरीफ और अपने आप में सीमित रहने वाले लोग होते हैं। गालियों का सीधा संबंध निष्कपट भावना, सकारात्मकता और ईमानदारी से है।

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    भविष्य के लिए होते हैं ​गंभीर

    गाली देने वाले लोग अपने गुस्से को सिर्फ गालियों तक ही इसलिए सीमित रखते हैं ताकि उनका भविष्य खराब ना हो सके। अगर गुस्से में उन्होंने कुछ ऐसा काम कर दिया जिससे उनका भविष्य दाव पर लग जाए तो मुसीबत खड़ी हो सकती है। इसलिए ये स्पष्ट होता है कि ऐसे लोग भविष्य को लेकर काफी सीरियस रहते हैं। हालांकि ऐसे अपशब्दों का इस्तेमाल मनोरंजन करने और दर्शकों का दिल जीतने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
     
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    नहीं बोलते झूठ

    ब्रिटेन के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के डेविड स्टीलवेल का कहना है कि गाली देने वाले लोग बहुत कम झूठ बोलते हैं। ऐसे लोग अपने विचारों को गाली के माध्यम से व्यस्त कर देते हैं। 75000 फेसबुक उपयोगकर्ताओं के बीच किए गए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि झूठ और गाली के बीच में बहुत जटिल संबंध है।


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