ऐसा कोई अच्छा काम नहीं जिसका कांग्रेस ने विरोध न किया हो
आतंकी अफ़ज़ल गुरु की फांसी का विरोध, कश्मीर में पत्थरबाजों के खिलाफ कारवाही का विरोध
देशद्रोही वामपंथियों के खिलाफ कारवाही का विरोध, पाकिस्तान से सिंधु जल समझौता तोड़े जाने का विरोध
हर हिन्दू और देशविरोधी काम में कांग्रेस आगे खड़ी दिखाई पड़ती है
यूपी में चुनाव हो रहे थे तो हर सभा में बीजेपी के नेता कहते थे, हम आये तो बूचड़खाने बंद, कत्लखाने बंद
जनता ने ये सुनकर भी बीजेपी को वोट दिया, साफ़ है की
जनता भी कत्लखाने बंद करवाना चाहती थी, बीजेपी की सरकार बन गयी, और योगी जी ने काम भी शुरू कर दिया
और कत्लखाने बंद होने शुरू भी हो गए
अब कांग्रेस इसके विरोध में भी उतर गयी, और 7 सीट पाने वाली कांग्रेस 325 सीटों वालो सरकार की आलोचना कर रही है जो अपने ही घोषणपत्र में किये वादे को पूरा करने में लगी है
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और सोनिया गाँधी के करीबी प्रमोद तिवारी ने, जो मूलतः यूपी का ही नेता है
प्रमोद तिवारी ने कत्लखानो के बंद किये जाने का सख्त विरोध किया है
और योगी सरकार के इस फैसले को सांप्रदायिक फैसला लिया है
क्या होगा मांस के कारोबारियों का (98%) मुस्लमान है, कारोबारी, क्या होगा मांस के खाने वालो का
नाम भले ही इनका "प्रमोद तिवारी" हो पर ये मानसिकता इनकी "परवेज़" वाली ही है
वैसे आपको ध्यान करना चाहिए की, यूपी के गाज़ियाबाद में कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल का भी एक बड़ा कत्लखाना है
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