पीएम मोदी ने बीजेपी पार्लियामेंट्री मीट में लोक सभा और राज्यसभा में सांसदों की खराब अटेंडेंस पर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी सांसदों को रोज सदन की कार्यवाही में उपस्थित रहने के साथ ही कहा कि वो कभी भी किसी को बुला कर पूछ सकते हैं कि आप कहां हैं और आपके सदन में क्या चल रहा है ?
पीएम मोदी ने 6 अप्रैल को देशभर में बीजेपी के स्थापना दिवस मनाने का रोडमैप पेश किया। उन्होंने सभी सांसदों से कहा कि पहले वो जीएसटी के बारे में समझें और फिर अपने इलाकों में लोगों को जीएसटी के बारे में जानकारी दें।
पीएम का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब लोकसभा में कई मौकों पर कोरम पूरा नहीं हुआ। राज्यसभा में मंगलवार को ऐसी स्थिति को देखने मिली जब तीन मंत्री अपनी मिनिस्ट्री से जुड़े सवालों का जवाब देने के लिए सदन में मौजूद नहीं थे। इस पर सभापति हामिद अंसारी ने नाराजगी भी जताई थी।
राज्यसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान अजीब वाकया हुआ। विपक्ष ने 3 केंद्रीय मंत्रियों से सवाल पूछे थे, लेकिन जब जवाब देने का वक्त आया तो तीनों ही मंत्री सदन से गायब थे। यह देख चेयरमैन हामिद अंसारी नाखुश दिखे। इस पर विपक्ष ने सरकार पर तंज कसा “ये मैक्सिमम मिनिस्टर्स, मिनिमम गवर्नेंस है।”
दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान शिपिंग मिनिस्ट्री से यमुना वाटर टैक्सी प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग पर सवाल किया गया था, लेकिन न तो सवाल पूछने वाला सांसद और न ही मिनिस्टर सदन में मौजूद था। इससे झल्लाए अंसारी ने कहा, “यह एक असाधारण स्थिति है।”जब अंसारी ने एनवार्यरनमेंट मिनिस्ट्री से जुड़ा दूसरा सवाल लिया तो उस वक्त भी जवाब देने के लिए केंद्रीय मंत्री मौजूद नहीं थे।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, “एक भी कैबिनेट मिनिस्टर हाउस में मौजूद नहीं है।” उस वक्त सदन में केवल मिनिस्टर्स ऑफ स्टेट्स निर्मला सीतारमण, राम कृपाल यादव और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मौजूद थे। इसके बाद अंसारी ने अगला सवाल पावर मिनिस्ट्री से जुड़ा लिया, लेकिन इस बार भी जवाब देने के लिए मंत्री नजर नहीं आए।
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