
भारत एक लोकतंत्र है, किसी की कोई चीज आपको पसंद नहीं आ रही है तो ठीक है
आप विरोध कर सकते है, पर विरोध भी तर्क के साथ करना चाहिए, और खासकर मीडिया को जिसपर लोग भरोसा करते है, उनको इस बात का ख्याल रखना चाहिए की उनकी बातों में तर्क है या नहीं
अन्यथा समाज का नाश होता है
आज बाबा रामदेव ने इन्ही शब्दों में मीडिया के एक बड़े वर्ग की आलोचना की
बता दें की पिछले दिनों यूपी में योगी सरकार बनी और सरकार के अपने घोषणापत्र के मुताबिक और यहाँ तक की सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यूपी में अवैध यानि गैर क़ानूनी बूचड़खानों को बंद करवाने शुरू किये
अब इन गैर क़ानूनी बूचड़खानों के समर्थन में मीडिया का एक बड़ा वर्ग आ गया, और इन लोगों ने तो टुंडे कबाब को भी राष्ट्रीय समस्या बना दिया
बाबा रामदेव ने कहा की, मीडिया का एक बड़ा वर्ग कह रहा है की, बूचड़खाने बंद करवाने से पहले बूचड़खाने वालो को कोई नोटिस नहीं दिया गया, उनका रोजगार छीन लिया गया
अब क्या अवैध और गैर क़ानूनी चीज बंद करवाने से पहले नोटिस देना होगा ?
बाबा रामदेव ने कहा की, कोई दुराचार कर रहा हो, चोरी कर रहा हो, तो वो रोकने के लिए पहले नोटिस देना पड़ेगा ? मीडिया के लोग बिना सर पैर बवाल कर रहे है, जबकि उनको समर्थन करना चाहिए की
गैर क़ानूनी काम बंद करवाये जा रहे है
बाबा रामदेव ने कहा की, गैर क़ानूनी काम करने वालो को तो नोटिस उसी दिन मिल गया था जिस दिन चुनाव
के नतीजे आये थे, नतीजे 11 मार्च को आये थे, और कारवाही तो 19 मार्च से शुरू हुई
नतीजे आने के बाद भी गैर क़ानूनी काम करने वाले वो काम करते रहे, अपराध करते रहे, और अपराध रोकने के लिए किसी नोटिस की जरुरत थोड़ी है
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