हमारा ये लेख किसी का विरोधी नहीं है, पर सीरियसली मायावती हमारे उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के किसी भी कोने की नेता बनने के लिए फिट नहीं है
चूँकि मायावती के मन में बहुसंख्यक समाज के लिए घोर घृणा का भाव है, और ये हम ऐसे ही नहीं कह रहे
बल्कि मायावती की गतिविधियों ने स्वयं ही इस बात को सिद्ध किया है
मायावती ने भगवान् राम के बारे में कहा था, "राम हमारे कोई मसीह नहीं"
मायावती ने हिन्दू (दलितों) को कहा था की "तुम खुद को हिन्दू मत समझो, हम हिन्दू नहीं है"
भले राम को मायावती माने न माने, सनातन धर्म को माने न माने, पर यूपी के बहुसंख्यक लोगों के लिए सनातन धर्म और राम परमपूज्य है
ऐसे में मायावती जैसी नेता यूपी की मुख्यमंत्री बनने के लिए फिट नहीं है
मायावती कभी भी दीपावली, होली या किसी भी त्यौहार की बधाई नहीं देती, जबकि ये तो भारत और खासकर उत्तर प्रदेश की मुख्य संस्कृति है
मथुरा के कृष्ण, अयोध्या जी के राम, काशी के शिव
न मायावती जन्माष्टिमी की बधाई देती है, न राम नवमी और न ही महाशिवरात्रि
आज नवरात्री है, मायावती इसकी भी बधाई नहीं देती, हिन्दू नववर्ष है मायावती इसकी भी बधाई नहीं देती, न होली न दीपावली, जबकि मायावती शासन में थी तो बौद्ध पगोडे बनवाती थी
ऐसी मायावती को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनना है, जो उत्तर प्रदेश की संस्कृति को अपने घृणा की मानसिकता के कारण सम्मान ही नहीं दे सकती, ऐसे में यूपी का नाश होगा अगर मायावती जैसे लोग सत्ता में आते है
और देश के अन्य हिस्सों के लोगों को भी अपने यहाँ ऐसे नेताओं को बिलकुल नहीं आने देना चाहिए
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