नई दिल्ली (15 अप्रैल): अमेरिका ने जिस महाबम के इस्तेमाल से अफगानिस्तान और पाकिस्तान की आंखों से नींद गायब कर दी है। अगर अमेरिकियों का सीना मदर ऑफ ऑल बम्स से चौड़ा है तो रूस के पास फादर ऑफ ऑल बम्स है।
* रूस का बम अमेरिका के महाबम से 4 गुना ज्यादा ताकतवर है
* मारक क्षमता के मामले में भी GBU-43 से गई गुना धाकड़ है
* गैर परमाणु बम में ये सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली है
* जिसे एविएशन थर्मोबारिक बॉम्ब ऑफ इनक्रिजिड कहा जाता है ।
* रूस ने 2007 में फादर ऑफ ऑल बॉम्ब्स का टेस्ट किया था
* साइज के मामले में रूस का बम अमेरिकी महाबम से छोटा है
* रूसी फादर ऑफ बम की क्षमता 44 टन है
अफगानिस्तान में अमेरिका महाबम गिरने से जितना तापमान पैदा हुआ, उससे दोगुना रूसी बम से पैदा होगा। फादर ऑफ बम भी हवा में ही फटता है, लेकिन इससे निकलने वाली गर्मी और सुपरसॉनिक तरंगे जमीन पर मौजूद हर चीज को नेस्तनाबूद कर देती है। रूस ने अपने सबसे घातक बम का कभी इस्तेमाल नहीं किया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी फौज को महाबम के इस्तेमाल की छूट देकर दुनिया को बता दिया है कि वो सिर्फ कोरी धमकी ही नहीं देते हैं । मतलब...
* आतंकवाद के सफाए के लिए अमेरिकी किसी भी हद तक जा सकता है
* आतंकियों को संरक्षण देने वाले किसी भी देश पर कार्रवाई हो सकती है
* पाकिस्तान अपनी जमीन पर पल रहे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करे
* उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज आए, नहीं तो अमेरिका कार्रवाई करेगा
* सीरिया को लेकर रूस के रवैये में बदलाव के लिए कूटनीतिक दबाव
* अफगानिस्तान से चीन को दूर करने की नसीहत
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अपने महाबम से दुनिया को बता दिया कि या तो आतंकवाद पर अमेरिका के हिसाब से दुनिया चले या फिर मिनी हिरोशिमा बनने के लिए तैयार रहे।
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