loading...

हरियाणा रोडवेज की चार हजार बसों के पहिये थमने से यात्री परेशान

हरियाणा रोडवेज की चार हजार बसों के पहिये थमे, यात्री परेशान

निजी परमिटों पर सरकार से वार्ता विफल होने के बाद हरियाणा रोडवेज की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो गई है। इसके कारण यात्री परेशान हैं।
चंडीगढ़। हरियाणा में निजी बसों को परमिट दिए जाने के खिलाफ हरियाणा रोडवेज की सभी रूटों पर बसों का चक्का जाम हो गया है। रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने सोमवार से ही चक्का जाम की घोषणा कर दी थी। बसें न चलने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। देर रात से ही यात्री जगह-जगह खड़े हैं। लोग अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
गत दिवस चंडीगढ़ में सरकार से वार्ता विफल होने की सूचना मिलते ही रोडवेज कर्मचारी चार हजार बसों को वर्कशॉप और बस अड्डों में खड़ी कर सड़कों पर उतर आए। अचानक हुई हड़ताल से जहां यात्रियों के पसीने छूट गए, वहीं निजी वाहन चालकों ने मौके का फायदा उठा जमकर चांदी कूटी। बता दें कि हरियाणा रोडवेज की बसें पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी जाती हैं। ऐसे में बसों के नहीं चलने से दूसरे राज्यों में जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
रोहतक में खाली पड़ा बस अड्डा।
हरियाणा में 273 रूटों पर निजी बसों को चलाने की तैयारी के विरोध में रोडवेज के विभिन्न कर्मचारी संगठन कई दिन से लामबंद हो रहे थे। कर्मचारियों में बढ़ती नाराजगी को देखते हुए परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएस ढिल्लो ने सोमवार को तालमेल कमेटी के प्रतिनिधियों को बातचीत के लिए बुलाया। बैठक में परिवहन विभाग की ओर से निदेशक अनीता यादव, परिवहन आयुक्त सुप्रभा दहिया और अन्य अधिकारी शामिल हुए। कर्मचारियों की तरफ से रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रधान वीरेंद्र धनखड़ और पहल सिंह तंवर, सर्व कर्मचारी संघ से प्रेस सचिव श्रवण कुमार जांगड़ा व बलबीर जाखड़, भारतीय मजदूर संघ से आजाद सिंह मलिक व प्रताप सिंह और मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन की ओर से बलराज देसवाल व रतन जांगड़ा वार्ता करने पहुंचे।
बैठक में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में विभाग ने निजी बसों को परमिट जारी करने के लिए कोई नई पॉलसी नहीं होने की बात कही थी। फिर किस आधार पर निजी बस ऑपरेटरों को परमिट दिए जा रहे हैं। इस पर अधिकारियों ने कहा कि इस संबंध में पहले ही पॉलिसी के अनुसार ही परमिट दिए जा रहे हैं और यह विभाग का अधिकार है। वार्ता फेल होने के बाद कर्मचारी नेता बैठक से उठकर बाहर आ गए और जिला इकाइयों को इसकी सूचना दी। इसके बाद रोडवेज बसों के चक्का जाम का एलान कर दिया गया।
रोहतक में प्राइवेट बसों की छत पर सफर कर रहे लोग।
डिपुओं पर जड़े ताले
तालमेल कमेटी के हड़ताल के आह्वान पर देखते ही देखते प्रदेशभर में रोडवेज बसों के पहिये थम गए। हिसार, सिरसा, जींद, कैथल, यमुनानगर और पानीपत सहित पूरे प्रदेश में रोडवेज कर्मचारियों ने डिपो के मुख्य गेटों पर तालाबंदी कर बसों को खड़ा कर दिया। नारेबाजी करते हुए रोडवेज कर्मचारियों ने साफ कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाती, बसों का चक्का जाम रहेगा।
जींद से भड़का आक्रोश 
हरियाणा रोडवेज वर्कर्ज यूनियन के प्रधान इंद्र सिंह बधाना व महासचिव सरबत सिंह पूनिया, हरियाणा रोडवेज वर्कर्स ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ नेता दलबीर किरमारा, हरिनारायण शर्मा ने कहा कि हाल ही में पलवल, अंबाला और झज्जर में भी निजी बसों को परमिट देने की कोशिश की गई थी, लेकिन कर्मचारियों के विरोध में इसे स्थगित कर दिया गया। इसके बावजूद जींद में निजी बसों को परमिट दे दिए गए। निजी बस ऑपरेटरों ने पूरे बस अड््डे पर कब्जा कर लिया जिस कारण रोडवेज कर्मचारी कल से हड़ताल पर बैठे हैं। अब मांगें पूरी नहीं होने तक पूरे प्रदेश में रोडवेज बसों का चक्का जाम रहेगा।
सर्व कर्मचारी संघ ने दिया समर्थन
सर्व कर्मचारी संघ ने सरकार पर रोडवेज बसों का चक्का जाम कराने का आरोप लगाते हुए हड़ताल का समर्थन किया है। संघ के प्रदेश प्रधान धर्मबीर सिंह फौगाट, महासचिव सुभाष लांबा ने चेतावनी दी कि अगर कोई दमनात्मक कार्रवाई की तो अन्य विभागों के कर्मचारी इसका माकूल जबाव देंगे।

loading...
Previous Post
Next Post
loading...
loading...

0 comments: