कश्मीर घाटी में विरोध-प्रदर्शन के बीच कई इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. हालात पर चर्चा के लिए सीएम महबूबा मुफ्ती ने आज दोपहर में कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. इस बीच, कश्मीर में सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का प्रशासन ने आदेश दिया है. इंटरनेट पर भी कल रोक लगा दी गई थी.
पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद उठाए कदम
श्रीनगर समेत कई इलाकों में सोमवार को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी के मामले सामने आए. इसके बाद कई जगहों पर सुरक्षाबलों ने भीड़ को हटाने के लिए कार्रवाई भी की. कॉलेज छात्रों को कई जगह अलगाववादियों ने पत्थरबाजी के लिए आगे किया. ऐहतियातन प्रशासन ने कश्मीर में सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. तनाव को देखते हुए प्रशासन ने कई ऐहतियाती कदम उठाए हैं.
श्रीनगर समेत कई इलाकों में सोमवार को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी के मामले सामने आए. इसके बाद कई जगहों पर सुरक्षाबलों ने भीड़ को हटाने के लिए कार्रवाई भी की. कॉलेज छात्रों को कई जगह अलगाववादियों ने पत्थरबाजी के लिए आगे किया. ऐहतियातन प्रशासन ने कश्मीर में सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है. तनाव को देखते हुए प्रशासन ने कई ऐहतियाती कदम उठाए हैं.
सोमवार को प्रशासन ने घाटी में 3G और 4G इंटरनेट सेवा को ब्लॉक कर दिया था. पत्थरबाजी और प्रदर्शनों में कई इलाकों में कॉलेज छात्रों के शामिल होने के बाद ये कदम उठाया गया था.
महबूबा मुफ्ती ने बुलाई कैबिनेट की मीटिंग
हालात पर चर्चा के लिए सीएम महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार दोपहर कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है. 9 अप्रैल को श्रीनगर, बडगाम और गांदेरबल में उपचुनाव के दौरान हिंसक झड़प हुई थी. उसके बाद से कई इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण है.
हालात पर चर्चा के लिए सीएम महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार दोपहर कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है. 9 अप्रैल को श्रीनगर, बडगाम और गांदेरबल में उपचुनाव के दौरान हिंसक झड़प हुई थी. उसके बाद से कई इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण है.
पैलेट गन की जगह प्लास्टिक बुलेट
इस बीच, सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. जम्मू-कश्मीर में उपद्रवियों से निपटने के लिए अब प्लास्टिक बुलेट (गोली) का इस्तेमाल किया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से 1000 प्लास्टिक बुलेट कश्मीर घाटी में भेजा जा चुका है और सुरक्षाबलों को आदेश भी दिया गया है कि वो भीड़ को काबू में करने के लिए वो पैलेट गन का इस्तेमाल ना करें.
इस बीच, सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. जम्मू-कश्मीर में उपद्रवियों से निपटने के लिए अब प्लास्टिक बुलेट (गोली) का इस्तेमाल किया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से 1000 प्लास्टिक बुलेट कश्मीर घाटी में भेजा जा चुका है और सुरक्षाबलों को आदेश भी दिया गया है कि वो भीड़ को काबू में करने के लिए वो पैलेट गन का इस्तेमाल ना करें.
पैलेट गन आखिरी विकल्प
दरअसल पहली बार कश्मीर में पत्थरबाजों और उपद्रवियों को काबू में करने के लिए सुरक्षाबल प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल करेंगे. यही नहीं, गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षाबलों को आदेश दिया गया है कि अब पैलेट गन का इस्तेमाल आखिरी विकल्प के तौर पर करें. यानी जब सुरक्षाबलों को लगे कि अब हालात बहुत ज्यादा बिगड़ गए हैं तभी पैलेट गन को उठाएं.
दरअसल पहली बार कश्मीर में पत्थरबाजों और उपद्रवियों को काबू में करने के लिए सुरक्षाबल प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल करेंगे. यही नहीं, गृह मंत्रालय की ओर से सुरक्षाबलों को आदेश दिया गया है कि अब पैलेट गन का इस्तेमाल आखिरी विकल्प के तौर पर करें. यानी जब सुरक्षाबलों को लगे कि अब हालात बहुत ज्यादा बिगड़ गए हैं तभी पैलेट गन को उठाएं.
Like Our Facebook Fan Page
Subscribe For Free Email Updates
0 comments: