आम आदमी पार्टी (आप) ने कलह थामने के लिए कुमार विश्वास की सभी शर्ते मान ली हैं।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने कलह थामने के लिए कुमार विश्वास की सभी शर्ते मान ली हैं। इसके बाद ओखला के विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। कहा जा सकता है कि कुमार विश्वास पार्टी में अपना दबाब बनाने में सफल रहे, जिसका नतीजा यह रहा कि उन्हें राजस्थान का प्रभारी बना दिया गया है। इससे पहले मनीष सिसोदिया के पास राजस्थान का प्रभार था। अगले साल राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कुमार विश्वास को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
वहीं अमानतुल्लाह ने विश्वास पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच के लिए पार्टी ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी एक दिन में रिपोर्ट देगी। इस कमेटी में आप के महासचिव पंकज गुप्ता, आशुतोष और आतिशी मारलिना शामिल हैं। बुधवार को आप संयोजक व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आयोजित पीएसी (पॉलिटिकल अफेयर कमेटी) की बैठक के बाद मनीष सिसोदिया ने यह जानकारी दी।
वहीं अमानतुल्लाह ने विश्वास पर जो आरोप लगाए हैं, उनकी जांच के लिए पार्टी ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी एक दिन में रिपोर्ट देगी। इस कमेटी में आप के महासचिव पंकज गुप्ता, आशुतोष और आतिशी मारलिना शामिल हैं। बुधवार को आप संयोजक व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आयोजित पीएसी (पॉलिटिकल अफेयर कमेटी) की बैठक के बाद मनीष सिसोदिया ने यह जानकारी दी।
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तीन घंटे तक चली बैठक में कुमार विश्वास के साथ-साथ पीएसी के लगभग सभी सदस्य शामिल हुए थे। अमानतुल्लाह ने बीते दिनों कुमार विश्वास को भाजपा का एजेंट बताते हुए आरोप लगाया था। कहा था कि वे पार्टी को तोडऩे का काम कर रहे हैं। इसके बाद कुमार विश्वास ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि अमानतुल्लाह सिर्फ मुखौटा हैं, उनके पीछे कोई और है। विश्वास ने यह भी कहा था कि वह पार्टी में रहेंगे या नहीं, इसका फैसला वह मंगलवार रात को लेंगे। विश्वास के इस बयान के कुछ घंटे बाद ही अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह उन्हें मनाने वसुंधरा (गाजियाबाद) स्थित कुमार विश्वास के घर पर पहुंचे थे।
तीन घंटे तक चली बैठक में कुमार विश्वास के साथ-साथ पीएसी के लगभग सभी सदस्य शामिल हुए थे। अमानतुल्लाह ने बीते दिनों कुमार विश्वास को भाजपा का एजेंट बताते हुए आरोप लगाया था। कहा था कि वे पार्टी को तोडऩे का काम कर रहे हैं। इसके बाद कुमार विश्वास ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि अमानतुल्लाह सिर्फ मुखौटा हैं, उनके पीछे कोई और है। विश्वास ने यह भी कहा था कि वह पार्टी में रहेंगे या नहीं, इसका फैसला वह मंगलवार रात को लेंगे। विश्वास के इस बयान के कुछ घंटे बाद ही अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह उन्हें मनाने वसुंधरा (गाजियाबाद) स्थित कुमार विश्वास के घर पर पहुंचे थे।
केजरीवाल के मनाने पर माने : पार्टी के सामने उपजी इस समस्या के निदान के लिए आप के शीर्ष नेताओं ने कई बैठकें कीं। मंगलवार रात अरविंद केजरीवाल आखिरकार स्वयं कुमार विश्वास को मनाने उनके घर गए। वहां दस मिनट की बातचीत के बाद केजरीवाल कुमार विश्वास को लेकर अपने आवास पर आ गए।
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निर्देश के बाद भी मीडिया से मिले थे विश्वास
सोमवार को आम आदमी पार्टी की पीएसी की बैठक में पार्टी नेताओं को मीडिया से बात नहीं करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कुमार विश्वास ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी की गलतियों को उजागर करते रहेंगे। उन्हें देशहित में सही बातों को बोलने से कोई नहीं रोक सकता है।
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निगम चुनाव में हार के बाद बढ़े बगावती सुर
विकल्प की राजनीति करने की बात कर दिल्ली की सत्ता में काबिज हुई आम आदमी पार्टी की नगर निगम चुनाव में हार के बाद बगावती तेवर बढ़े हैं। हार के बाद नेताओं दिलीप पांडेय, आशीष तलवार, दुर्गेश पाठक, संजय सिंह ने पद से त्यागपत्र दे दिया था। दबे सुर में यह आवाज उठने लगी थी कि केजरीवाल को संयोजक पद से हट जाना चाहिए।
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पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। पार्टी फोरम पर ही अपनी बात रखूंगा, लेकिन मैं किसी दबाव में नहीं हूं। मेरे बयानों से पार्टी को नुकसान हुआ है, इसलिए कोशिश कर रहा हूं कि जांच कमेटी के सामने ही बात कहूं। लेकिन, जो कहा था उस पर कायम हूं-अमानतुल्लाह खान, निलंबित विधायक।
निर्देश के बाद भी मीडिया से मिले थे विश्वास
सोमवार को आम आदमी पार्टी की पीएसी की बैठक में पार्टी नेताओं को मीडिया से बात नहीं करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन कुमार विश्वास ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी की गलतियों को उजागर करते रहेंगे। उन्हें देशहित में सही बातों को बोलने से कोई नहीं रोक सकता है।
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निगम चुनाव में हार के बाद बढ़े बगावती सुर
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पार्टी का सच्चा सिपाही हूं। पार्टी फोरम पर ही अपनी बात रखूंगा, लेकिन मैं किसी दबाव में नहीं हूं। मेरे बयानों से पार्टी को नुकसान हुआ है, इसलिए कोशिश कर रहा हूं कि जांच कमेटी के सामने ही बात कहूं। लेकिन, जो कहा था उस पर कायम हूं-अमानतुल्लाह खान, निलंबित विधायक।
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