# प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में ब्रह्मपुत्र की सहायक लोहित नदी के ऊपर बने देश के सबसे बड़े पुल का उद्घाटन किया. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी खुद पुल का जायजा लेने पैदल ही निकल पड़े. पीएम मोदी ने इस पुल का नाम विश्व प्रसिद्ध लोकगायक भूपेन हजारिका के नाम पर रखने का ऐलान किया.
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# असम के सादिया को अरुणाचल प्रदेश के ढोला जिले से जोड़ने वाले इस पुल को बनाने में 2,056 करोड़ रुपये आई है. यह पुल 28.50 किलोमीटर लंबा है, जो कि मुंबई के बांद्रा-वर्ली सी लिंक से 3.55 किलोमीटर ज्यादा है. इस पुल के बन जाने से चीन सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश तक सैनिकों और आर्टलरी को तुरंत पहुंचाने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पुल को टैंकों के गुजरने के हिसाब से डिजाइन किया गया है.
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# इस पुल के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए अपनी सरकार की तीन साल की उपलब्धियां गिनाईं. पीएम मोदी ने लोगों से कहा, 'आप सब लोग अपने फोन का कैमरा ऑन कर लीजिए ताकि पता चले कि कितना बड़ा जश्न हो रहा है.' पीएम मोदी के इस आह्वान पर लोगों ने अपने मोबाइल फोन के फ्लैश जलाकर पुल के उद्घाटन का उत्सव मनाया.
# पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, वर्ष 2003 में हमारे एक विधायक जगदीश भुइयां ने (पूर्व प्रधानमंत्री) वाजपेयी जी को यह पुल बनाने की गुजारिश की थी. उन्होंने मंजूरी दे दी थी. अगर अटल जी की सरकार 2004 में दोबारा चुन कर आ गई होती तो ढोला-सादिया ब्रह्मपुत्र पुल आपको 10 साल पहले मिल गया होता. अटल जी का सपना आज पूरा हुआ.' पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि असम और अरुणांचल को जोड़ने वाला यह पुल दो राज्यों को करीब लाने के साथ ही पूर्वोत्तर में अर्थक्रांति भी लाएगा.
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