नई दिल्ली - चीन ने अपने सदाबहार मित्र पाकिस्तान का बचाव किया है। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन से ठीक पहले चीन ने कहा कि आतंकवाद से पैदा हुए खतरे से सफलतापूर्वक निपटना किसी एक अकेले देश के लिए मुमकिन नहीं है। चीन के सहायक विदेश मंत्री ली हुइलाई ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान हाल ही में काबुल में हुए विस्फोट के लिए पाक खुफिया एजेंसी को जिम्मेदार ठहराए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल से बचते हुए कहा कि पेइचिंग ने अफगानिस्तान, ब्रिटेन और फिलीपीन में हाल में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा की है।
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# उन्होंने कहा, 'चीन ने आतंकवादी घटनाओं की निंदा की है और हमने आतंकवाद के सभी रूप का विरोध किया है।' ली ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि फिलहाल आतंकवाद का विरोध करने के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच व्यापक आमराय है और सभी पक्षों ने इस बात पर जोर दिया है कि आतंकवाद से पैदा हुए खतरे से निपटना कोई ऐसी चीज नहीं है जो एक पक्ष या एक देश अकेले ही सफलतापूर्वक कर सकता हो।
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# उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सहयोग करना चाहिए और आतंकवाद से संयुक्त रूप से निपटने के लिए काम करना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी एससीओ सम्मेलन से ठीक पहले आई है। एससीओ आतंकवाद पर एक संधि पर विचार कर रहा है। इस हफ्ते अस्ताना में होने वाले एससीओ सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को इसमें नए सदस्य के तौर पर शामिल किया जाना है।
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