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अरे नेताओं 24*365 दिन सैनिक खड़े रहते है, क्या लोग 2-4 घंटे की तकलीफ नहीं झेल सकते


अरे नेताओं 24*365 दिन सैनिक खड़े रहते है, क्या लोग 2-4 घंटे की तकलीफ नहीं झेल सकते ? लोग झेल सकते हैं पर नेता लोग नहीं , अमीरजादे  नहीं , काले धन वाले नहीं और यही कुछ घोटालेबाज़ नेताओं की तकलीफ़ है ।
आज देशभक्ति सिर्फ फेसबुक और whatsapp तक ही सिमित रह गयी है । सच्ची देशभक्ति सरकार को भला बुरा बोलना नहीं होता है ।  वैसे तो हम कहते रहते है सरकार को देश के लिए कुछ करना चाहिए करना चाहिए पर आज जब केंद्र सरकार देश के लिए कुछ कर कर रही कुछ लोग अपने दुखों की दुहाई दे रहे है । वैसे तो लोग कहते रहते है हम अपने देश के हित के लिए कुछ भी करने को तैयार, और आज 2 घंटे लाइन में खड़े होने को तैयार नहीं जीयो के लिए लाईन लगा लेंगे लेकिन देश के लिए नहीं  क्या यही होती है सच्ची देशभक्ति ?
जो लोग कल तक मोदीजी की तारीफ़ नहीं करते थकते थे, आज मोदीजी ने देश को आगे बढ़ाने का एक फ़ैसला करके जरा सी तकलीफ क्या दी वही मोदी जी को कोसते है ।  जरा एक बार सैनिक के बारे में सोचो ।  वो क्यूँ दिन रात चौबीसों घंटे कड़ी धुप में खड़े रहकर दुश्मनों से हमारी रक्षा करता है । आज जब देशवासियों से मोदी जी ने देश में छुपे देशद्रोहियों से लड़ने की अपील की, तो मोदीजी को कोस रहे है, उन्हें भला बुरा कह रहे है । आप सभी को याद रखना चाहिए कि जिन देशद्रोहियों ने गरीबों को लूटकर अपनी तिजोरियां भर रखी, आज उन सभी की नींद उड़ी हुई है ।
क्या आप सभी इतने सालों से चल रही बीमारी को ठीक करने के लिए 50 दिन की तकलीफ नहीं सह सकते है. इस बीमारी को ख़त्म करने के लिए कड़वी दवाई पीनी ही होंग आगे भी पीनी होंगी।  कल तक जो अमीर गरीब को अपने जूते की धुल समझते थे, आज वही अमीर उस गरीब के सामने मदद के लिए भीख मांग रहे है. ये सब किसकी वजह से हुआ, सिफ और सिर्फ मोदीजी की के फ़ैसले की वजह से । 
देशभक्ति सिर्फ whatsapp और फेसबुक पर मेसेज को कॉपी पेस्ट करना नहीं है । हम सभी को अपनी सच्ची देशभक्ति दिखाने के लिए देश हित के इस फैसले का सम्मान करना चाहिए । देशहित के लिए 2 घंटे क्या पुरे दिन भी खड़ा रहना पड़े तो रहना चाहिए. मैं आप सभी से निवेदन करती हूँ की अपने अंदर के देशभक्त को जगाये । वरना लूटने वाले पहले भी थे वो फिर आ जाएँगे और माँ भारती कभी विश्व गुरु ना बन पाएगी  ।
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