
एक तरफ भारतीय रिज़र्व बैंक शरियत बैंकिंग यानी मुसलमानों के लिए बैंकों में एक अलग विंडो की बात चल रही है । एक तरफ कांग्रेस का कहना है कि बैंकिंग खुद मुस्लिम के खिलाफ है ।अगर बैंकिंग सिस्टम इस्लाम के खिलाफ होता तो शरिया बैंकिंग चालु क्यों करता ।कांग्रेस के कपिल सिब्बल ने नोटबंदी को लेकर कुछ ऐसा कहा है जो मुस्लिम विरोधी है । कपिल सिब्बल के मुताबिक मुस्लिम पैसों पर ब्याज नहीं लेते इसलिए वो बैंकों का प्रयोग नहीं करते ।लेकिन कपिल सिब्बल को पहले शरिया बैंकिंग को समझने की जरुरत है फिर उनको कोई भी टिपण्णी करनी चाहिए ।
#
शरिया बैंकिंग कहता है कि एक बैंक एक व्यक्ति को दिए गए लोन पर ब्याज नहीं ले सकता है । अगर एक मुस्लिम व्यक्ति बैंक में अपना पैसा जमा करता है तो क्या वो बैंक को लोन दे रहा है ? अब कांग्रेस बुरी तरह हारा चुकी है । कांग्रेस के पास कुछ बचा नहीं तो कांग्रेस ने सोचा क्यूँ का मुस्लिम गेम कार्ड का ही इस्तमाल किया जाए । कपिल सिब्बल ने मुस्लिम समुदाय का मुद्दा उठा कर मोदी को गलत साबित करने की असफल कोशिस की है। विपक्ष इस समय नोटबंदी से बुरी तरह बोखलाया हुआ है और मोदी को गलत साबित करने के लिए अलग अलग पंतरे अपना रहा है। आपको बता दे की अब कांग्रेस अपना पुराना गेम खेलते हुए मुस्लिम समुदाय को रिझाने की कोशिश कर रही है इसलिए कपिल सिब्बल ने मुस्लिम समुदाय को मोहरा बनाकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिस की है । पढ़े कपिल सिब्बल ने क्या कहा ।
#
Like Our Facebook Fan Page
Subscribe For Free Email Updates

0 comments: