नई दिल्ली। समस्या तभी शुरू हो जाती है जब हम ये सोच लें कि हम एक लड़की हैं। हमें सजग सेे और अदब से रहना है। वरना फलां आदमी हमें बिना दुपट्टे के देख लिया तो दिक्कत हो जाएगी। कभी-कभी हम मुसीबतें खुद ही मोल लेते हैं। हम जितना दब के रहने की कोशिश करते हैं, ये समाज हमें उतना ही दबा देता है। तमाम तरह की बंदिशेें, पाबंदी लगा दी जाती है कि हमें ऐसे ही रहना है।
नॉर्मली हम अकेले रहते हैं तो जैसे मन वैसे रहते हैं लेकिन कोई आ जाए तो अपने आप को सहेजने लगते हैं। हम जितना कम्फर्टेबल अकेले रहते हैं किसी के आने पर उतना ही अनकम्फर्टेबल हो जाते हैं। हमें पल्लु, दुपट्टा चुन्नी लगा कर रही किसी के सामने आना पड़ता है। अगर ऐसा न करें तो दो-चार बातें भी सुनेंगे। क्योंकि समाज ने एक ढर्रा बना दिया है कि हमें छिप के ही रहना है वरना अपोजिट सेक्स वाला इंसान आप पर आक्रमण कर सकता है। एक मैगज़ीन ने एक वीडियो बनायी है जो इंडिया में रहने वाली हर औरत की एक बहुत साधारण सी समस्या को दिखा रहा है..
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