छत्तीसगढ़ में एक-दिवसीय प्रवास के लिए रविवार को पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य सरकार की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह देश की सर्वाधिक पारदर्शी वितरण प्रणाली है. उन्होंने रविवार शाम मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से उनके निवास में सौजन्य मुलाकात की. नीतीश ने अपने साथ आए बिहार के शिक्षामंत्री अशोक चौधरी और जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन से डॉ. सिंह का परिचय कराते हुए कहा, “इनका (डॉ रमन सिंह का) पीडीएस देश में सबसे अच्छा है… इस प्रणाली में गरीबों के लिए राशन वितरण की बेहतर व्यवस्था के साथ-साथ किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की भी अच्छी व्यवस्था की गई है…”
नीतीश कुमार ने कहा, “छत्तीसगढ़ के पीडीएस में धान खरीदी के लिए जो कम्प्यूटरीकृत ऑनलाइन व्यवस्था है, उससे हर दिन शाम को यह बताया जा सकता है कि कौन सी समिति में कौन-कौन किसानों ने अपना धान बेचा और उन्हें ऑनलाइन कितना भुगतान हुआ…”
बिहार के सीएम ने रमन सिंह से कहा, “मुझे आपके पीडीएस ने और धान उपार्जन तथा उसके सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था ने बहुत प्रभावित किया है… आपने समितियों के उपार्जन केंद्रों में धान के सुरक्षित रखरखाव के लिए प्लेटफार्म का जो निर्माण शुरू किया है, वह भी काफी अच्छा है…”
इस पर डॉ रमन सिंह ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हमारे यहां के पीडीएस की शनिवार को एक जनसभा में सार्वजनिक रूप से प्रशंसा की है…” इससे पहले, डॉ सिंह ने गुलदस्ता भेंटकर नीतीश कुमार का आत्मीय स्वागत किया था और दोनों राज्यों की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं पर परस्पर विचार-विमर्श के बाद उन्हें शुभकामनाओं सहित स्मृति चिह्न भी भेंट किया. मुलाकात के दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों ने एक-दूसरे के राज्य में चल रही विकास योजनाओं के बारे में जानकारियों का आदान-प्रदान किया.
अनौपचारिक विचार-विमर्श के दौरान डॉ सिंह ने नीतीश कुमार को लगभग 237 वर्ग किलोमीटर के इलाके में विकसित किए जा रहे नया रायपुर के बारे में भी बताया. नीतीश ने कहा, “निश्चित रूप से नया रायपुर के रूप में उभर रहे आधुनिक शहर में मुझे काफी दिलचस्पी है… अगली बार यहां आने पर मैं ज़रूर नया रायपुर देखना चाहूंगा…”
डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ में निवासरत प्रवासी बिहारियों की तारीफ करते हुए नीतीश कुमार से कहा, “इन लोगों ने सूर्य उपासना के महापर्व ‘छठ पूजन’ की अपनी परंपरा को छत्तीसगढ़ में भी कायम रखा है… जहां कहीं भी अधिक संख्या में प्रवासी बिहारी परिवार रहते हैं, उन्हें छठ पूजा की सुविधा देने के लिए हम लोग तालाबों की साफ-सफाई और अन्य ज़रूरी इंतज़ाम अवश्य करते हैं…”
0 comments: