नई दिल्ली: एमएस धोनी की कप्तानी वाली झारखंड टीम को हराने के बाद बंगाल के हौसले बुलंद हैं और उसके गेंदबाजों ने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में तमिलनाडु की मजबूत मानी जा रही टीम को कम स्कोर पर ही रोक दिया. हालांकि दिनेश कार्तिक ने संघर्षभरी पारी खेलते हुए शतक लगाया, लेकिन अन्य बल्लेबाजों का उन्हें साथ नहीं मिला और तमिलनाडु 50 ओवर में बंगाल के सामने 218 रनों का लक्ष्य ही रख पाई, जो आधुनिक क्रिकेट के लिहाज से बहुत अच्छा स्कोर नहीं कहा जाएगा. तमिलनाडु की पूरी टीम 47.2 ओवरों में 217 रन पर सिमट गई. मोहम्मद शमी ने घातक गेंदबाजी की और 4 विकेट चटकाए, जबकि अशोक डिंडा ने तीन विकेट चटकाए. कनिष्क सेठ को एक सफलता हासिल हुई. जवाब में बंगाल ने 2 विकेट पर 20 रन बना लिए हैं.
सुबह टॉस तमिलनाडु ने जीता और पहले लक्ष्य रखने के उद्देश्य से बैटिंग का फैसला किया. तमिलनाडु की शुरुआत बेहद खराब रही. देखते ही देखते 49 रन तक ही उसने चार अहम विकेट खो दिए. गंगा श्रीधर राजू (4), कौशिक गांधी (15), बाबा अपराजित (3) और कप्तान विजय शंकर (2) सस्ते में लौट गए. इसके बाद बाबा इंद्रजीत (32) ने दिनेश कार्तिक का अच्छा साथ निभाया और टीम को सम्माजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की.
बाबा इंद्रजीत (32) दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हुए. दिनएश कार्तिक ने मोहम्मद शमी की गेंद पर सीधा शॉट खेला, लेकिन गेंद इंद्रजीत के कंधे से टकराकर मिड-ऑन पर खड़े अभिमन्यु ईश्वरण के हाथों में चली गई. फिर ईश्वरण ने विकेट पर सीधा वार करते हुए इंद्रजीत को रनआउट कर दिया. इसके बाद आए वाशिंगटन सुंदर (22) ने कार्तिक के साथ मिलकर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन 172 रन पर वाशिंगटन रनआउट हो गए. इसके बाद कोी भी बल्लेबाज नहीं टिक पाया. कार्तिक के रूप में तमिलनाडु का आखिरी विकेट गिरा. 120 गेंदों में 14 चौके मारने वाले कार्तिक शमी की गेंद पर हिटविकेट होकर पैवेलियन लौटे. इस प्रकार तमिलनाडु की टीम 47.2 ओवर में 217 रन ही बना पाई.
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