नई दिल्ली - 28 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा के दौरान अब तक 17 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मौतें केदारनाथ मार्ग पर हुई हैं, जहां 8 यात्रियों की मौत हुई। वहीं बद्रीनाथ मार्ग पर तीन, तो गंगोत्री-यमुनोत्री मार्ग पर छह श्रृद्धालुओं का निधन हुआ है।
@ 17 में से 16 लोगों का निधन हार्ट अटैक से हुआ है। इसके बाद प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सेवाओं का उचित बंदोबस्त नहीं किया गया है।
@ वहीं अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों को अपनी लापरवाही की कीमत चुकाना पड़ी है। यात्रा के दौरान बताई गई जरूरी सावधानियां नहीं बरती जा रही हैं। यही कारण है कि अधिक उम्र वाले यात्रियों पर हायपोथेर्मिया (शरीर का तापमान घटना) और हायपोजेमिया (शरीर में ऑक्सीजन की कमी होना) का अटैक हो रहा है और इससे हृदय गति थमने का खतरा बढ़ रहा है।
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@ मृतकों में दस पुरुष और नौ महिलाएं हैं। ये महाराष्ट्र, केरल, गुजरात और राजस्थान के बताए गए हैं। मृतकों में 40 वर्षीय महिला भी है, जो दर्शन के लिए लाइन में लगी थी और हार्ट अटैक से मौत हो गई।
@ अधिकारियों का मानना है कि इस बार मृतकों का यह आंकड़ा पिछले साल से ज्यादा है। 2016 में छह माह चली यात्रा के दौरान कुल 39 यात्रियों की मौत हुई थी।
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