जर्मनी के पूर्व राजदूत ने कुलभूषण जाधव मामले पर पाकिस्तान की आलोचना की है. साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को कहा है कि वो जाधव को राजनयिक मदद दे. उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान आग में घी डालने का काम न करें.
इंडिया टुडे से एक्सक्लूसिव बातचीत में पाकिस्तान के पूर्व जर्मन एंबेसडर डॉ गुंटर मुलक ने पाकिस्तान के रवैये को गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि कुलभूषण जाधव को राजनयिक मदद मिलनी चाहिए.
'आग में घी न डाले पाकिस्तान'
डॉ मुलक ने दो टूक अंदाज में पाकिस्तान के कदम की आलोचना की. उन्होंने कहा कि जाधव को फांसी देने का कदम आग में तेल डालने जैसा होगा. उन्होंने इंटरनेशल कोर्ट के फैसले से पहले पाकिस्तान को कुछ न करने की नसीहत भी दी.
डॉ मुलक ने दो टूक अंदाज में पाकिस्तान के कदम की आलोचना की. उन्होंने कहा कि जाधव को फांसी देने का कदम आग में तेल डालने जैसा होगा. उन्होंने इंटरनेशल कोर्ट के फैसले से पहले पाकिस्तान को कुछ न करने की नसीहत भी दी.
'ICJ में भारत का पक्ष मजबूत'
डॉ मुलक ने ये भी कहा कि इंटरनेशल कोर्ट ऑफ के सामने भारत ने मजबूती से अपना पक्ष रखा है. उन्होंने ये भी बताया कि जाधव को तालिबान ने अगवा किया और उसके बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को बेच दिया. बता दें कि जिस वक्त कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी हुई थी, उस दौरान डॉ मुलक पाकिस्तान में जर्मन एंबेसडर की जिम्मेदारी निभा रहे थे.
डॉ मुलक ने ये भी कहा कि इंटरनेशल कोर्ट ऑफ के सामने भारत ने मजबूती से अपना पक्ष रखा है. उन्होंने ये भी बताया कि जाधव को तालिबान ने अगवा किया और उसके बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को बेच दिया. बता दें कि जिस वक्त कुलभूषण जाधव की गिरफ्तारी हुई थी, उस दौरान डॉ मुलक पाकिस्तान में जर्मन एंबेसडर की जिम्मेदारी निभा रहे थे.
बता दें कि 15 मई को जाधव मामले पर नीदरलैंड के हेग में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में सुनवाई हुई. भारत और पाकिस्तान ने 11 जजों की बेंच के सामने अपना-अपना पक्ष रखा. जहां भारत ने जाधव की फांसी की सजा को सीधे तौर पर वियना संधि का उल्लंघन बताया. पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जाधव को जासूसी को दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई है.
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