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"मुल्ला मौलवियों की बातों में बिलकुल न आये मुसलमान, कोई 72 हूरें नहीं होती" : तारिक फतह

"जयपुर डायलॉग" कार्यक्रम में आज लेखक तारिक फतह ने उन तमाम मुल्ला मौलवियों को जमकर लताड़ लगायी जो, मुसलमानो को "जन्नत" और 72 हूरों के ख्वाब दिखाकर 
जिहाद और  आतंकवाद के लिए उकसाते है 
तारिक फतह ने कहा की, "कोई भी मुसलमान इन मुल्ला मौलवियों की बातों में न आये जो जन्नत में 72 हूरों की बाते बताते है, जन्नत में कोई 72 हूरें सम्भोग के लिए नहीं होती 
मुल्ला मौलवियों से सभी मुसलमान सावधान रहे ये लोग पाखंड और झूठ का व्यापार करते है"

तारिक फतह ने आगे ये भी कहा की, "अगर जन्नत इतना ही हसीन है और वहां सुन्दर सुन्दर 72 हूरें मिल रही है, तो ये मुल्ला मौलवी खुद धरती पर क्या कर रहे है, ये खुद जिहादी या सुसाइड बॉम्बिंग कर 
जन्नत में क्यों नहीं चले जाते, जन्नत छोड़ ये धरती पर क्यों है, क्या इन मुल्ला मौलवियों को जन्नत की ऐयाशी, 72 हूरें नहीं चाहिए"
आपको बता दें की दुनिया भर में मुल्ला मौलवी तथाकथित आसमानी किताब के हवाले से बताते है की, 
"अगर अल्ला के लिए जिहाद करोगे (कत्लेआम, गैर मुस्लिमो का खून) इत्यादि तो अल्ला तुम्हे सीधा जन्नत भेजेगा जहाँ तुम्हे 72 हूरें देगा, शराबी नदी देगा, गिलमा देगा"

वैसे ये सुविधा केवल मुस्लिम पुरुषो के लिए ही है, मुस्लिम महिलाओ को जिहाद के बदले कोई जन्नत और 72 पुरुष नहीं मिलने वाले 

और इन्ही मुल्ला मौलवियों की बातों में आकर बहुत से मुसलमान जिहाद, आतंकवाद पर निकल पड़ते है 
और दुनियाभर में कत्लेआम मचा रहे है 
तारिक फतह ने आज ऐसे ही मुल्ला मौलवियों की हकीकत को सबके सामने लाया 
ये स्वयं तो जन्नत नहीं धरती पर है, जिहाद भी नहीं करते, पर दूसरे मुस्लिमो को जन्नत और 72 हूरों का सपना दिखाकर आतंकी बनाते रहते है 
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