
2000 के नोट का खासियत: मंगलवार की रात प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तेजी के साथ अचानक पुराने 500 और 1000 के नोटों को बंद करने का फैसला लिया, उससे पूरा देश हैरान है। लेकिन आपको बता दूं कि यह फैसला अचानक लिया हुआ नहीं है, बल्कि इसकी तैयारी सरकार ने 6 दिन पहले ही शुरू कर दी थी। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को दोपहर में रिज़र्व बैंक के सभी शाखाओं के प्रमुखों से बात की थी। खबर के अनुसार गुरुवार को दोपहर में वित्तमंत्री ने खुद ही नोटों सम्बंधित पीपीटी सभी शाखा प्रमुखों को दिखाई थी। मीटिंग के बाद उन्होंने सबसे सुझाव की माँग की एवं केवल 20 मिनट के अन्दर की देश का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक फैसला कर दिया।
उस मीटिंग में सभी अधिकारीयों को ये निर्देश भी दिया गया था कि इस बात को गुप्त रखा जाए। उस मीटिंग में यह भी कहा गया था कि इसका फैसला हो जाने तक सभी के ऊपर निगरानी रखी जानी चाहिए। क्या पता किसी ने खबर को लीक कर दी तो कला धन रखने वाले और जाली नोटों का धंधा करने वाले पहले ही सतर्क हो जाएंगे। इसी मीटिंग में यह भी निर्णय लिया गया कि इस बार 2000 की नोट को बाजार में लाया जायेगा। आइये जानते हैं 2000 के नोट का खासियत।
2000 के नोट का खासियत:
*- आने वाले इस नए 2000 के नोट में नैनो जीपीएस चीप लगी हुई होगी, जिससे यह पता लग सकेगा कि नोट कहाँ पर है।
*- इसमें पॉवर के लिए और कोई चीज नहीं लगी हुई है। यह चीप एक रिफ्लेक्टर की तरह काम करेगा। इसे ट्रेस करने के लिए सैटेलाइटसे सिग्नल छोड़ा जायेगा जो एनजीसी से रिफ्लेक्ट होगा। ऐसा करने से यह पता चल जायेगा कि नोट कहाँ पर है।
*- सैटेलाइट से यह भी पता लगाया जा सकता है कि किसी एक जगह पर 2000 की कितनी नोट है? जाँच करने वाली एजेंसीयों को इस बात की पूरी जानकारी रहेगी। ताकि वह कोई घटना होने पर तुरंत ही नोट को अपने कब्जे में ले सकें।
*- अगर किसी ने नोट को छुपाने के लिए उसे जमीन के अन्दर भी रखा हो तो इस सैटेलाइट की मदद से जमीन के अन्दर 120 मीटर की गहराई तक छुपाये गए नोट का पता लगाया जा सकता है।
*- अगर कुछ लोग चालाकी के मारे ये सोचें की वह चीप को निकाल सकते हैं तो यह उनका भ्रम है। चीप, नोट को पूरी तरह से नष्ट करने के बाद भी नहीं निकाला जा सकता है, क्योंकि यह चीप दिखाई नहीं देती है। चीप निकालने के चक्कर में नोट को बर्बाद करने का कोई मतलब नहीं है।
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