
हम एक आम नागरिक की हैसियत से अखिलेश भईया, उनके समर्थकों और सभी सपाइयों से यह पूछना चाहते हैं अगर वो थोड़े से भी ईमानदार हैं तो हमें और सभी उत्तरप्रदेश वासियों को ( विशेषकर हिंदुओं को) इसका जवाब पूरी ईमानदारी से दे क्यूँकि ये जो हज हाउस बनाया गया है इसमें ख़ून पसीने का पैसा तो हिंदुओं का ही लगा है ना !! #
- क्या सपा सरकार ने इतनी लागत से कभी किसी मंदिर का निर्माण भी करवाया हैं. अगर नहीं तो क्यों.. ?
- इतनी लगत से बने इस हज हॉउस का यूपी राज्य के विकास मैं कितना योगदान है…?
- अगर इतना पैसा किसी और योजना में लगता तो क्या राज्य का विकास नहीं होता…?
- यह सरकारी खजाने से खर्च की गई रकम है या किसी के निजी खजाने से….?
- इसके रखरखाव के लिए रखे जाने वाले करमचारियों के वेतन पर हर महीने लाखों खर्च होने वाली रकम सरकारी खजाने से दी जायेगी ये निजी खजाने से…?
- अगर ये रकम सरकारी खजाने से खर्च की गई है, और हर महीने के जाएगी तो मेरे अखिलेश यह पैसा हम आम जनता की मेहनत का वो एक हिस्सा है जो हम टैक्स के रूप में सरकार को देते हैं…?
- यह किसी के बाप का पैसा नहीं है की जहाँ मन किया वहां खर्च किया जाये…?
- अगर यहाँ सरकारी पैसा लगा है तो क्या यह पैसे की बर्बादी नहीं है…?
- यह हम हिन्दुओं के साथ पक्षपात नहीं है…?
- अगर यह पक्षपात है तो क्या हम हिन्दुओं को मान लेना चाहिए कि सपा बस मुसलमानों की सरकार है…?
यह सभी को दिखता हुआ सरकार का एक पक्षपातपूर्ण रवैया है तो फिर सपा सरकार हम हिन्दुओं से किस आधार पर वोट की उम्मीद करती है या हम हिन्दू किस आधार पर सपा को वोट दें ? #
यह दस सवाल हमारे उन हिन्दू भाइयों की आँखें खोलने के लिए काफी हैं जो तन मन और धन से सपा सरकार के साथ जुड़े हैं. अगर अभी भी उनकी आँखे नहीं खुली तो या तो वो अपने निजी हित के लिए सपा के साथ हैं । उन्हें धर्म और समाज और हिंदुओं के हित से कोई मतलब नहीं है या फिर उनको जन्मजात अंधा मान लिया जाये ?
और इसमें केवल हिंदुओं की बात नहीं है देश की भी बात है , केवल कुछ लोगों पर देश का पैसा वोट बैंक बटोरने के लिए तो नहीं उड़ाया जा सकता ?
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