मुस्लिम लोगों को क्या कहा जाए पूरी दुनिया में सभ्य दिखने वाले हों या आतंकवादी , व्यवहार सबका ही एक है हिंसा के सिवा कोई किसी दूसरी भाषा में बात ही नहीं करता । मानवता नाम की जैसे कोई चीज़ नहीं है ।
इस घटना के बारे में बात करें तो ये एक क्लास रूम की घटना है , मुस्लिम आदमी को उसकी बेटी ने बताया कि क्लास में ईश निंदा की गयी है तो वो आदमी आवेश में अपने घर से आया और बिना सच्चाई का पता किए महिला टीचर को थप्पड़ मारने शुरू कर दिए , वहाँ दूसरे लोग भी थे पर किसी ने भी उस वहशी इंसान को रोका नहीं । हम नहीं जानते महिला टीचर ने कोई ईश निंदा की थी या नहीं पर क्या कोई भी मजहब ये सिखाता है कि महिलाओं से ऐसा व्यवहार किया जाए? जिसने इस विडीओ को ट्वीटर पर शेयर किया है उन्होंने देश का नाम भी बताया जहाँ ये घटित हुआ ।
मान लेते हैं अगर उस महिला टीचर की जगह एक मुस्लिम टीचर होती और उसके ऊपर ईश निंदा का आरोप लगता और कोई ईसाई या हिंदू आदमी आकर उसको क्लास में थप्पड़ लगा देता तो दुनिया भर का बिकाऊ मीडिया और मुस्लिम लोग कितना कोहराम मचा रहे होते ? ज़रा सोचिए ? क्या केवल मुस्लिमों का ही मज हब है बाक़ी लोगों का नहीं ?
देखें ये शर्मनाक विडीओ
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