
एक बार सभी कालेधन के जमाखोरों की सूची डिजिटल हो जाए, फिर सबको कर के दायरे में पकड़ा जाएगा. जिन लोगों ने टैक्स का भुगतान नहीं किया है, उनसे टैक्स वसूला जाएगा. अरुण जेटली ने कहा आने वाले समय में नोटबंदी से घट सकती है टैक्स की दरें. नोटबंदी के साथ साथ नकद खर्च से पेन कार्ड को जोड़ने से समाज में भ्रष्टाचार कम होगा. अरुण जेटली ने चेतावनी दी है बैंक अधिकारियों, बिचौलियों और बेईमान लोगों को, जिन्होंने बड़ी मात्रा में नकदी अपने पास रखी हुए हैं. सभी जमाखोरों को बहुत भारी कीमत चुकानी होंगी.
मोदीजी ने 8 नवम्बर की रात 500 और 1000 के नोटों का चलन बंद कर दिया था. उनके इस फैसले से अर्थव्यवस्था में चल रही 86 प्रतिशत राशि के नोट चलन से बाहर हो गए. बैंको में 12 लाख करोड़ पुराने नोट जमा हो चुके है. इसी बीच कालाबाजारियों के बैंक अधिकारीयों के साथ मिलकर अपना काला धन सफ़ेद कर लिया. अरुण जेटली ने कहा, ‘नोटबंदी के बाद लूज कैश के तौर पर दबी हुई रकम वापस सिस्टम में रही है. इससे वो टैक्स भरे जायेंगे जो अब तक भरे नहीं गए. अरुण जेटली ने यह भी कहा जो भी बैंकों में पैसा जमा हुआ है उसका पूरा हिसाब लिया जाएगा. उसपर टैक्स का भुगतान भी किया जाएगा. ऐसे बेहिसाब धन की स्वैच्छिक जानकारी देने पर 50 प्रतिशत की दर से टैक्स देना होगा, जबकि खुलासा नहीं करने पर 85 पर्सेंट टैक्स लिया जाएगा.
जाहिर है कि कानून का उल्लंघन करने वाले अब नहीं बचेंगे. इन्होने देश की अर्थव्यवस्था को नुक्सान पहुचाया है. एजेंसियां पूरे मामले पर नजदीकी से निगाह रखे हुए हैं . जेटली ने कहा पुरे मामले की जांच की जायेगी, कोई भी जमाखोर इस बार बक्शा नहीं जाएगा.
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