
एक बार राजदरबार में बैठे बादशाह अकबर ने कागज पर पैंसिल से एक लंबी लकीर खींची।
फिर बीरबल को अपने पास बुलाया और कहा-
कुछ ऐसा करो कि न तो यह लकीर घटाई जाए
और
न ही मिटाई जाए लेकिन छोटी हो जाए?
बीरबल ने फौरन बादशाह के हुक्म की तामिल की
और उस लकीर के नीचे एक दूसरी लकीर पहली से बड़ी खींच दी।
बीरबल ने कहा- अब आपकी लकीर मेरी लकीर से छोटी हो गई।
बादशाह अकबर बीरबल से बोले :तुम्हारी बीवी बहुत सुन्दर है !!
बीरबल ने कहा : हाँ सरकार मैं भी पहले ऐसा ही समझता था ,
पर जबसे बेगम साहिबा को देखा है
अपनी बीवी को भूल गया हूँ !!
इसके बाद बादशाह अकबर ने बीरबल की
बीवी के बारे में कभी मज़ाक नहीं किया !!
**********************
Sir: Birbal Kon Tha?
Student : Pta Nahi.
Sir: Padhai Pe Dhyan Do to Pta Chale.
Student: Raj,Sunny,Bunty, Kon Hain?
Sir: Pta Nhi.
Student: Beti Pe Dhyan Do to Pta Chale..
***************************
अकबर – आज हम बहुत खुश हैं,
सारे कैदियों को रिहा कर दिया जाये,
जेल से एक बूढ़ा भी निकल के आया,
अकबर – तुम तो बहुत बूढ़े हो,
कब से यहां बंद हो ?
बूढ़ा कैदी – हुजूर आपके पिताजी के ज़माने से कैद हूँ,
अकबर रोते हुए बोला –
इसको फिर से कैद में डाल दो,
ये हमारे बापू की आखिरी निशानी है
***************************
अकबर:-सेनापति..! यह बताओ कि हम अनारकली
को क्यों नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं..??
सेनापतिः-महाराज,
क्योंकि हम मुगल हैं, गूगल नहीं…!!!
***************************
एक बार संता को अकबर के सैनिकों ने पकड़ लिया और दरबार में लेके गये..
अकबर- कौन हो तुम??
संता- महाराज मैं सांता हूँ..
अकबर- इतनी रात को हमारे महल में क्या कर रहे थे??
संता- कुछ..कुछ नहीं महाराज(घबराते हुए)
अकबर- सैनिकों, इसे ले जाओ और बंदी बना दो..
संता- महाराज रहम करो, मुझे बंदी मत बनाओ मुझे बंदा ही रहने दो..
***************************
Teacher : who was AKBAR?
Boy : Akbar was gay!!
Teacher : why?
Boy : v hav heard. Laila-Majnu, ......
Heer-Ranjha, Adam-Eve, Soni-Mahival & only Akbar-Birbal...;)
***************************
Akbar ne Birbal ko kuch aisa likhne ko kaha
Jise khushi me padho toh gham ho,
aur agar gham me padho toh khushi ho.
Birbal ne likha.
“YE WAQT GUZAR JAYEGA”
***************************
Akbar: Mujse wada kar teri biwi ki pahli kiss mujhe lene dega.
Birbal: Wada Hujoor!!
per meri bhi shart hai Shadi Aapki Behan se karunga.
***************************
Akbar : Birbal koi aisa tarika batao ki
main khau peeu or mera roza na tute.
Birbal : Huzur logo se laate khao or gussa pee jao
sab kuch tutega magar roza nahi tutega
***************************
Akbar : Hamare ammi abba humse itni mohabt karte thhe,
ke hame sulane k lie sari sari raat jagte rehte,
or hum fir b na sote the.
Birbal : Tbhi to aap eklote reh gaye huzoor.
***************************
Akbar asked Birbal:-
" Tell me a sentence that: If we read in Happy times we become Sad
&
if we read in Sad times, we become Happy"
Birbal replied:-
" This too shall Pass "
***************************
अकबर बीरबल सभा मे बैठ कर आपस मे बात कर रहे थे !
अकबर : मुझे इस राज्य से 5 मूर्ख ढूंढ कर दिखाओ.!!
बीरबल ने खोज शुरू की.
.
एक महीने बाद वापस आये सिर्फ 2 लोगों के साथ।
अकबर ने कहा मैने 5 मूर्ख लाने के लिये कहा था !!
बीरबल ने कहां हुजुर लाया हूँ। पेश करने का मौका दिया जाय..
आदेश मिल गया।
बीरबल ने कहा- हुजुर यह पहला मूर्ख है। मैने इसे बैलगाडी पर बैठ कर भी बैग सर पर ढोते हुए देखा और पूछने पर जवाब मिला के कहीं बैल के उपर ज्यादा लोड
ना हो जाए इसलिये बैग सिर पर ढो रहा हुँ!!
इस हिसाब से यह पहला मूर्ख है!!
दूसरा मूर्ख यह आदमी है जो आप के सामने खडा है. मैने देखा इसके घर के ऊपर छत पर घास निकली थी. अपनी भैंस को छत पर ले जाकर घास खिला रहा था. मैने देखा और पूछा तो जवाब मिला कि घास छत पर जम जाती है तो भैंस को ऊपर ले जाकर घास खिला देता हूँ. हुजुर
जो आदमी अपने घर की छत पर जमी घास को काटकर फेंक नहीं सकता और भैंस को उस छत पर ले जाकर घास खिलाता है, तो उससे बडा मूर्ख और कौन हो सकता है!!!
तीसरा मूर्ख: बीरबल ने आगे कहा. जहाँपनाह अपने राज्य मे इतना काम है. पूरी नीति मुझे सम्हालना है. फिर भी मै मूर्खों को ढूढने में एक महीना बर्बाद कर रहा हूॅ इसलिये तीसरा मूर्ख मै
ही हूँ.
चौथा मूर्ख.. जहाँपनाह. पूरे राज्य की जिम्मेदारी आप के ऊपर है.
दिमाग वालों से ही सारा काम होने वाला है. मूर्खों से कुछ होने वाला नहीं है. फिर भी आप मूर्खों को ढूढ रहे हैं. इस लिये चौथा मूर्ख जहाँपनाह आप हुए।
पांचवा मूर्ख...जहाँ पनाह मै बताना चाहता हूँ कि दुनिया भर के काम धाम को छोड़कर. घर परिवार को छोड़कर. पढाई लिखाई पर ध्यान ना देकर, whatsapp पर पूरा ध्यान लगा कर और पाँचवें मूर्ख को जानने के लिए अब भी पोस्ट पढ़ रहा है वही पाँचवा मूर्ख है
इससे बडा मुर्ख दुनिया में कोई नहीं
अब क्या सोच रहे हो ?
फिर बीरबल को अपने पास बुलाया और कहा-
कुछ ऐसा करो कि न तो यह लकीर घटाई जाए
और
न ही मिटाई जाए लेकिन छोटी हो जाए?
बीरबल ने फौरन बादशाह के हुक्म की तामिल की
और उस लकीर के नीचे एक दूसरी लकीर पहली से बड़ी खींच दी।
बीरबल ने कहा- अब आपकी लकीर मेरी लकीर से छोटी हो गई।
बादशाह अकबर बीरबल से बोले :तुम्हारी बीवी बहुत सुन्दर है !!
बीरबल ने कहा : हाँ सरकार मैं भी पहले ऐसा ही समझता था ,
पर जबसे बेगम साहिबा को देखा है
अपनी बीवी को भूल गया हूँ !!
इसके बाद बादशाह अकबर ने बीरबल की
बीवी के बारे में कभी मज़ाक नहीं किया !!
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Sir: Birbal Kon Tha?
Student : Pta Nahi.
Sir: Padhai Pe Dhyan Do to Pta Chale.
Student: Raj,Sunny,Bunty, Kon Hain?
Sir: Pta Nhi.
Student: Beti Pe Dhyan Do to Pta Chale..
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अकबर – आज हम बहुत खुश हैं,
सारे कैदियों को रिहा कर दिया जाये,
जेल से एक बूढ़ा भी निकल के आया,
अकबर – तुम तो बहुत बूढ़े हो,
कब से यहां बंद हो ?
बूढ़ा कैदी – हुजूर आपके पिताजी के ज़माने से कैद हूँ,
अकबर रोते हुए बोला –
इसको फिर से कैद में डाल दो,
ये हमारे बापू की आखिरी निशानी है
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अकबर:-सेनापति..! यह बताओ कि हम अनारकली
को क्यों नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं..??
सेनापतिः-महाराज,
क्योंकि हम मुगल हैं, गूगल नहीं…!!!
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एक बार संता को अकबर के सैनिकों ने पकड़ लिया और दरबार में लेके गये..
अकबर- कौन हो तुम??
संता- महाराज मैं सांता हूँ..
अकबर- इतनी रात को हमारे महल में क्या कर रहे थे??
संता- कुछ..कुछ नहीं महाराज(घबराते हुए)
अकबर- सैनिकों, इसे ले जाओ और बंदी बना दो..
संता- महाराज रहम करो, मुझे बंदी मत बनाओ मुझे बंदा ही रहने दो..
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Teacher : who was AKBAR?
Boy : Akbar was gay!!
Teacher : why?
Boy : v hav heard. Laila-Majnu, ......
Heer-Ranjha, Adam-Eve, Soni-Mahival & only Akbar-Birbal...;)
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Akbar ne Birbal ko kuch aisa likhne ko kaha
Jise khushi me padho toh gham ho,
aur agar gham me padho toh khushi ho.
Birbal ne likha.
“YE WAQT GUZAR JAYEGA”
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Akbar: Mujse wada kar teri biwi ki pahli kiss mujhe lene dega.
Birbal: Wada Hujoor!!
per meri bhi shart hai Shadi Aapki Behan se karunga.
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Akbar : Birbal koi aisa tarika batao ki
main khau peeu or mera roza na tute.
Birbal : Huzur logo se laate khao or gussa pee jao
sab kuch tutega magar roza nahi tutega
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Akbar : Hamare ammi abba humse itni mohabt karte thhe,
ke hame sulane k lie sari sari raat jagte rehte,
or hum fir b na sote the.
Birbal : Tbhi to aap eklote reh gaye huzoor.
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Akbar asked Birbal:-
" Tell me a sentence that: If we read in Happy times we become Sad
&
if we read in Sad times, we become Happy"
Birbal replied:-
" This too shall Pass "
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अकबर बीरबल सभा मे बैठ कर आपस मे बात कर रहे थे !
अकबर : मुझे इस राज्य से 5 मूर्ख ढूंढ कर दिखाओ.!!
बीरबल ने खोज शुरू की.
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एक महीने बाद वापस आये सिर्फ 2 लोगों के साथ।
अकबर ने कहा मैने 5 मूर्ख लाने के लिये कहा था !!
बीरबल ने कहां हुजुर लाया हूँ। पेश करने का मौका दिया जाय..
आदेश मिल गया।
बीरबल ने कहा- हुजुर यह पहला मूर्ख है। मैने इसे बैलगाडी पर बैठ कर भी बैग सर पर ढोते हुए देखा और पूछने पर जवाब मिला के कहीं बैल के उपर ज्यादा लोड
ना हो जाए इसलिये बैग सिर पर ढो रहा हुँ!!
इस हिसाब से यह पहला मूर्ख है!!
दूसरा मूर्ख यह आदमी है जो आप के सामने खडा है. मैने देखा इसके घर के ऊपर छत पर घास निकली थी. अपनी भैंस को छत पर ले जाकर घास खिला रहा था. मैने देखा और पूछा तो जवाब मिला कि घास छत पर जम जाती है तो भैंस को ऊपर ले जाकर घास खिला देता हूँ. हुजुर
जो आदमी अपने घर की छत पर जमी घास को काटकर फेंक नहीं सकता और भैंस को उस छत पर ले जाकर घास खिलाता है, तो उससे बडा मूर्ख और कौन हो सकता है!!!
तीसरा मूर्ख: बीरबल ने आगे कहा. जहाँपनाह अपने राज्य मे इतना काम है. पूरी नीति मुझे सम्हालना है. फिर भी मै मूर्खों को ढूढने में एक महीना बर्बाद कर रहा हूॅ इसलिये तीसरा मूर्ख मै
ही हूँ.
चौथा मूर्ख.. जहाँपनाह. पूरे राज्य की जिम्मेदारी आप के ऊपर है.
दिमाग वालों से ही सारा काम होने वाला है. मूर्खों से कुछ होने वाला नहीं है. फिर भी आप मूर्खों को ढूढ रहे हैं. इस लिये चौथा मूर्ख जहाँपनाह आप हुए।
पांचवा मूर्ख...जहाँ पनाह मै बताना चाहता हूँ कि दुनिया भर के काम धाम को छोड़कर. घर परिवार को छोड़कर. पढाई लिखाई पर ध्यान ना देकर, whatsapp पर पूरा ध्यान लगा कर और पाँचवें मूर्ख को जानने के लिए अब भी पोस्ट पढ़ रहा है वही पाँचवा मूर्ख है
इससे बडा मुर्ख दुनिया में कोई नहीं
अब क्या सोच रहे हो ?
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