ज़रूरी नहीं कि एक्ने किल -मुहासों सिर्फ टीन-एजर्स को ही हों!आजकल ये हर किसी को होते हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस उम्र के हैं. ऐसा शायद इसलिए क्योंकि आज की लाइफ बहुत ही ज्यादा टेंशन भरी और प्रदूषण से भरी हुई है. रंग चाहे सांवला हो या गेहुंआ, पिम्पल और रेडनेस का सामना सभी को करना पड़ रहा है.
इसके बाद हमेशा के लिए रह जाने वाले ब्लेमिशेस भी इस एक्सपीरिएंस को जाने नहीं देते. ‘एक्ने’ के कारण : त्वचा का तैलीय होना एक्ने होने का मुख्य कारण है। हार्मोनल समस्या भी एक प्रमुख कारण है। दिन में दो बार आयल फ्री क्लींजर से त्वचा की नियमित सफाई करें। पानी का अधिक से अधिक सेवन करें।
अगर चेहरे पर मुंहासों के जैसे बहुत सारे दाने, हो जाएं और बहुत दिनों तक ठीक न हों तो जरा सावधान हो जाइए। यह एक्ने हो सकते हैं। एक्ने को आयुर्वेदिक उपचार से ठीक किया जा सकता है। दरअसल त्वचा के नीचे स्थित सिबेशस ग्लैंड्स से त्वचा को नम रखने के लिए एक तेल निकलता है। ये ग्रंथियां चेहरे, पीठ, छाती और कंधों पर सबसे ज्यादा होते हैं।
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