करण जौहर की यह फिल्म एक एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर यानी विवाहेतर संबंधों पर आधारित थी इस फिल्म के रीमेक के बारे में करण ने अपनी आत्मकथा ‘ऐन अनसूटेबल बॉय’ में किया है जिसमे उनका मनना है कि कभी अलविदा न कहना एक ऐसी फिल्म थी जिसको लेकर फिल्म दर्शको दो तरफ हो गए थे जिनमे से कुछ को फिल्म पसंद लगी थी और कुछ को बिल्कुल भी पसंद नही आयी थी लेकिन में इस तरह के विषय पर फिल्म बनाना चाहता था।
करण का मनना है कि उनकी गलती यह थी कि उन्होंने इस फिल्म को अपने बैनर पर एक बड़े सेट्स पर गाने के साथ बनाया था क्योकि इस फिल्म की कहानी के लिए यह करना जरुरी नही था और अब इसी लिए एकबार फिर से यह फिल्म बनाना चाहता हूँ।
वही इस फिल्म में अभिषेक बच्चन को फिल्म की शूटिंग के समय कोई दिक्कत नही थी क्योकि उनका जो रोल था वह पूरी तरह पॉजिटिव था और बाकि के सारे कलाकार मुझसे अपने रोल को लेकर बहुत ही सवाल पूछते रहे थे।
प्रीटी जिंटा ने तो पूछा था कि फिल्म में उनके पति के किरदार में शाहरुख़ खान उनसे प्यार क्यों नही करते है और उनके रोल में क्या दिक्कत है और दूसरी तरफ रानी मुखर्जी का कहना था कि उन्हें एक सीन तो ऐसा दो जिसमे वह अपने पति के साथ बेवफाई को दिखा सके क्योकि उसका इतना अच्छा पति है और वह दूसरों के पीछे क्यों जा रहा है।
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