
दोस्तों हम अपने घर को रौशन करने के लिए ऐसे बल्ब या ट्यूबलाइट का चुनाव करते हैं जो बाजार में उपलब्ध सभी बल्बों में बेस्ट हो। कौन सा बल्ब अच्छा है इसके लिए हम देखते हैं कि वो कितनी बिजली बचाएगा, उसका दाम क्या है, और वो कितने वॉट का है? क्यों सही कहा न मैंने? शायद आप भी ऐसा ही करते होंगे। वैसे तो आजकल मार्केट में हर दिन नए-नए बल्ब आ रहे है कोई 3 साल गारण्टी के साथ, तो कोई एक के साथ एक फ्री ऑफर के साथ की।
आपके घर में बल्ब या सीएफएल 1 साल, दो साल या ज्यादा से ज्यादा 3 साल चलता होगा, लेकिन आज हम जिस बल्ब की बात करने वाले है वो पिछले 115 साल से लगातार जल रहा है। आमतौर पर एक बल 1000 2000 से घंटो के बाद खराब हो जाता है और आजकल नई टेक्नोलॉजी के से बल्ब एलईडी 25000 50000 घंटे के बाद खराब हो जाते हैं। लेकिन यह बल्ब पिछले 115 सालों से चल रहा है यह बात हैरान करने वाली है।
गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल है इसका नाम
गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के मुताबिक, ये बल्ब 115 साल से जलने वाला पुराना बल्ब है। जिसका नाम है 'सेंटीनियल लाइट'। शायद ही कोई दूसरा बल्ब इस रिकॉर्ड को तोड़ पाये।
किसने बनाया था इस बल्ब को?
आपको बता दें कि इलेक्ट्रीशियन अडोल्फ ए Chaillet ने इस बल्ब को डिज़ाइन किया था और उनकी कंपनी शेल्बी इलेक्ट्रिक ने इसको बनाया था। इस बल्ब में फिलामेंट है एक जो कार्बन से बना हुआ है। आमतौर पर बल्बों में टंगस्टन का फिलामेंट लगाया जाता है। यह फिलामेंट इस बल्ब को कम तापमान पर जलने की सुविधा देता है जिससे यह बाल लंबे समय तक चलते हैं। लेकिन उस समय पर यह बल्ब यह सोचकर बनाया गया था कि यह एक साल तक चलेगा लेकिन यह इतना चलेगा यह किसी को पता नहीं था।
1890 में बना था ये बल्ब
अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक जगह है लिवरमोर। यहां के फायर स्टेशन के ऑफिस में लगा है एक बल्ब। 1890 के दशक में शेलबाई कंपनी ने इसे बनाया था। यह इतना पुराना है कि किसी को यह भी नहीं पता है कि यह कितने वाट का है, शायद 30 या 60 वाट। इसकी लाइट काफी कम है। 1901 में डेनिस बर्नाल ने इसे फायर डिपार्टमेंट को गिफ्ट किया था, जहां इसे होज कार्ट हाउस में लटकाया गया। 1972 तक घूमते-फिरते ये लिवरमोर के फायर स्टेशन पहुंचा और तब से यहीं पर लटका हुआ है और लगता जल रहा है।
22 मिनट के लिए बन्द हुआ
1976 में जब यह फायर स्टेशन शिफ्ट हुआ था, तब वहां के कर्मचारियों ने इस बल्ब को भी साथ ले जाने की इच्छा जताई और तार को बीच में से काटकर साथ ले आए। तब यह बल्ब 22 मिनट के लिए बन्द रहा था। जब बल्ब को 22 मिनट के लिए बन्द किया गया था तब भी इसे होल्डर से नहीं निकाला गया। अब इसकी सुरक्षा के लिए बल्ब के चारों और कैमरे लगे हुए हैं कि कहीं ये बन्द ना हो जाये।
2014 में इसके लगातार एक लाख घंटे तक जलते हुए पूरे करने पर जश्न भी मनाया गया। इसका मार्केट में इतना दबदबा है कि इस पर कई डाक्यूमेंट्री और सीरियल बन चुके हैं। लेकिन आज भी यह कोई इस रहस्य का पता नहीं लगा पाया है कि ये इतने सालों से लगातार कैसे जल रहा है? वैज्ञानिकों के अलावा किसी और को इसकी जांच करने की अनुमति नहीं है। वास्तविकता तो यह है कि सभी इसको देखने के अलावा इसके साथ कुछ और कर ही नहीं सकते हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि इसके अंदर सुपर स्ट्रॉन्ग वैक्यूम बन गई है, जो इसको लगातार जलने में मदद कर रही है। वहीं कुछ लोग यहां तक कहते हैं कि ये लिवरमोर फायर डिपार्टमेंट की कोई ट्रिक है। यह बात आज भी एक रहस्य है कि इस बल्ब में ऐसा क्या है, जो यह इतने सालों से खराब नहीं हुआ। इस पर कई शोध भी किए गए, लेकिन किसी को इस बारे में कुछ पता नहीं चला कि यह बल्ब इतना शक्तिशाली कैसे है।
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