
नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा हिंसा का मुद्दा राज्यसभा में भी गूंजा. जेडीयू सांसद शरद यादव ने राज्यसभा में इसे उठाया. शरद यादव ने कहा, “जब दुनिया में कहीं भी किसी भी भारतीय के साथ कुछ गलत होता है तो हमें तकलीफ होती है. इसी तरह अगर हमारे देश में किसी के साथ रंग, रूप और भाषा के आधार पर भेदभाव होता है तो यह सरारस गलत है. ग्रेटर नोएडा में जिस तरह की घटना हुई वह बेहद शर्मनाक है.”
शरद यादव ने कहा, “सरकार को यह मामला सिर्फ विदेश मंत्री पर नहीं छोड़ना चाहिए बल्कि गृह मंत्रालय को भी इस में शामिल करना चाहिए. ग्रेटर नोएडा में साछ लोगों ने मिलकर नाईजीरियाई युवकों मारा. इसके अलावा कल एक महिला को कैब से उतारकर मारा गया. इससे दुनिया में हमारी छवि को लेकर गलत संदेश जा रहा है.”
घटना पर सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में बयान दिया
शरद यादव के सवाल उठाने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद इसका जवाब दिया. सुषमा स्वराज ने कहा, ”घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना की जानकारी मिलते ही मैंने राज्य सरकार से रिपोर्ट मानी. मैंने स्वयं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से बात की है. मैंने उनसे कहा कि आप निष्पक्ष जांच का आश्वासन दीजिए. घटना की निष्पक्ष जांच जारी है. जब तक जांच का परिणाम नहीं आ जाता तब तक इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं है.
शरद यादव के सवाल उठाने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद इसका जवाब दिया. सुषमा स्वराज ने कहा, ”घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना की जानकारी मिलते ही मैंने राज्य सरकार से रिपोर्ट मानी. मैंने स्वयं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से बात की है. मैंने उनसे कहा कि आप निष्पक्ष जांच का आश्वासन दीजिए. घटना की निष्पक्ष जांच जारी है. जब तक जांच का परिणाम नहीं आ जाता तब तक इस पर कुछ भी कहना उचित नहीं है.
सुषमा स्वराज ने कहा, ”जिन नाइजीरियाई युवकों को मार पड़ी उनका इलाज जारी है. प्रशासन जांच भी कर रहा है और स्थिति को सामान्य बनाए रखने का भी प्रयास कर रहा है. मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अपनी ओर से पूरे सदन को आश्वस्त करतीं हूं कि इस घटना की निष्पक्ष जांच होगी और उसके बाद जिसके खिलाफ जो भी उचित कार्रवाई करनी होगी वो की जाएगी.
क्या हुआ था ग्रेटर नोएडा में?
ग्रेटर नोएडा में कथित ड्रग्स की ओवरडोज से हुई एक मौत की शक में बड़ा बवाल मचा हुआ है. स्कूल में पढने वाला छात्र मनीष खारी 5 दिन पहले सुबह अपने घर के पास बेसुध मिला था. कुछ घंटे के बाद एक प्राइवेट अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी. मनीष ग्रेटर नोएडा के कासना इलाके की एनएसजी सोसायटी में रहता था. आरोप है कि सोसायटी में ही रहने वाले कुछ नाइजीरियाई लड़कों ने उसे अगवा कर जबरन ड्रग्स दी और पुलिस पर भी आरोप है कि नामजद पांचों नाइजीरियाई लोगों को छोड़ दिया.
ग्रेटर नोएडा में कथित ड्रग्स की ओवरडोज से हुई एक मौत की शक में बड़ा बवाल मचा हुआ है. स्कूल में पढने वाला छात्र मनीष खारी 5 दिन पहले सुबह अपने घर के पास बेसुध मिला था. कुछ घंटे के बाद एक प्राइवेट अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी. मनीष ग्रेटर नोएडा के कासना इलाके की एनएसजी सोसायटी में रहता था. आरोप है कि सोसायटी में ही रहने वाले कुछ नाइजीरियाई लड़कों ने उसे अगवा कर जबरन ड्रग्स दी और पुलिस पर भी आरोप है कि नामजद पांचों नाइजीरियाई लोगों को छोड़ दिया.
परिजन जहां नाईजीरियाई आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं, वहीं हिंसक प्रदर्शन के दौरान कुछ नाईजीरियाई नागरिकों पर हमला भी हुआ है. पहले परिजनों ने कार्रवाई के लिए पुलिस का घेराव किया. सोमवार शाम को परी चौक पर इंसाफ की मांग पर बड़ा कैंडिल मार्च निकला और फिर उसके बाद बात बिगड़ गई.
इस बीच ग्रेटर नोएडा में नाइजीरियन पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने कल रात 5 लोगों को गिरफ्तार किया. इस मामले में 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी 4 और लोगों की तलाश की जा रही है.
कथित तौर पर गुस्साई भीड़ ने कुछ कारों में तोड़फोड़ के बाद एक नाइजीरियाई युवक पर हमला कर दिया, जिसे बमुश्किल बचाया जा सका. भीड़ ने ग्रेटर नोएडा के अंसल मॉल में नाइजीरियन युवकों को जमकर मारा.
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