राम मंदिर विवाद आस्था से जुड़ा मुद्दा है या जमीन के मालिकाना हक का, देश में इस मुद्दे पर लगातार बहस चलती रही है। इसपर लोगों की राय अलग-अलग है। इस मामले में आखिरी फैसला अदालत को करना है। लेकिन काफी समय से ये एक ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है और इस पर लगातार चर्चा चल रही हैं।
अभी हाल ही में कोर्ट ने कहा था कि अगर संभव हो तो दोनों पक्ष कोर्ट के बाहर आपसी सहमति से फैसला कर लें। उसके बाद एक बार फिर रामजन्म भूमि और बाबरी मस्जिद विवाद सुर्खियों में बना हुआ है।
कई चैनलों पर राम मंदिर विवाद पर बहस हो रही है। एक टीवी चैनल पर चल रही ऐसी ही एक बहस में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और तस्लीम रहमानी में जबरदस्त बहस हुई। बहस के दौरान संबित ने पूछा की आपके पास तो मक्का मदीना हैं हम कहां जाए। जिसके जवाब में तस्लीम ने कहा आप चार धाम जा सकते हैं।
तस्लीम के इस जवाब पर संबित गुस्सा हो गए और कहा कि मेरी राम में आस्था है मैं वहां क्यों ना जाऊं। बहस कुछ देर और चली जिसके दौरान संबित मौलाना को राम चरित्र मानस की चौपाई पढ़ने के लिए कहा। मौलाना ने बहस के दौरान यह कह दिया कि आपने राम को बेच दिया है। इस बात पर भी काफी बहस हुई।
इससे पहले भी 23 मार्च को अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे पर राम मंदिर मामले को लेकर ऐसी बहस चल रही थी। जिसमें बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी अपनी-अपनी बात रख रहे थे। बहस के दौरान ही ओवैसी ने राम मंदिर विवाद को जमीन के मालिकाना हक का केस बताया, जिसपर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ओवैसी से कहा, ‘ओवैसी साहब आप ये कहने की हिम्मत ना करें कि राम जन्मभूमि जमीन का मात्र एक टुकड़ा है।’
संबित पात्रा की इस बात के बाद ओवैसी ने भड़कते हुए कहा कि, ‘आप मुझे धमकाने की कोशिश ना करें, आप अपने विचार रखिए लेकिन मुझे धमकाइए नहीं, मैं आपकी धमकी से झुकने वाला नहीं हूं।’ ओवैसी की इस टिप्पणी के जवाब में संबित पात्रा ने कहा कि ओवैसी आप भगवान नहीं है जो आपके सामने मैं अपनी बात भी नहीं रख सकूं।
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