नई दिल्ली (6 अप्रैल): पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पनामागेट स्कैम में इतनी बुरी तरह फंस गए हैं कि अब खबरें आ रही हैं वे पाकिस्तान छोड़ कर भाग सकते हैं। खलीज टाइम्स के अनुसार पाकिस्तान में इन दिनों ऐसी अफवाहें फैली हैं कि पाक सुप्रीम कोर्ट की सजा के ऐलान से पहले शरीफ बीमारी के बहाने देश से भागने की फिराक में हैं। हालांकि नवाज शरीफ की पार्टी PML-N ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा है कि नवाज को लेफ्ट किडनी में स्टोन की शिकायत है, और वो इसका इलाज करा रहे हैं। लेकिन गौरतलब है कि नवाज शरीफ का नाम जब से पनामागेट स्कैम में आया है विपक्ष शरीफ से 'शराफत' का सर्टिफिकेट मांगने पर लगा है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने तो इस मामले में देश व्यापी आंदोलन छेड़ रखा है। PTI ने आरोप लगाया था कि नवाज इलाज का बहाना बनाकर विदेश चले जाएंगे और वहां से फिर नहीं लौटेंगे। इमरान खान इस मामले में इस्लामाबाद बंद की धमकी तक दे चुके हैं। पाक सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अपनी निगरानी में एक जांच आयोग बनाया था जिस पर सुनवाई पुरी हो चुकी है। माना जा रहा है कि इस महीने के दूसरे हफ्ते में कोर्ट का फैसला आ सकता है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला-
* पनामागेट स्कैम का खुलासा पिछले साल हुआ था, इसमें नवाज और उनकी फैमिली का नाम आया था।
* आरोप है कि नवाज शरीफ और उनके फैमिली मेंबर्स ने गैरकानूनी तरीके से विदेशों में मनी ट्रांसफर किया।
* नवाज फैमिली के ब्रिटेन में फर्जी कंपनियां बनाकर विदेश में करोड़ों डॉलर की प्रॉपर्टी बनाई।
* शरीफ की बेटी मरियम और उनके बेटे हुसैन के खिलाफ विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में सबूत भी पेश किए।
* लेकिन जैसे ही ये मामला सामने आया वैसे ही नवाज सर्जरी के लिए फैमिली के साथ लंदन चले गए।
* सुप्रीम कोर्ट सियासी तौर पर बेहद अहम इस मामले की सुनवाई फरवरी में ही पूरी कर चुका है।
* हालांकि कोर्ट ने पनामागेट स्कैम मामले में फैसला अब तक नहीं सुनाया और इसे सुरक्षित रखा है।
* पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के फैसले से देश में हालात बिगड़ सकते हैं।
* माना जा रहा है कि इस महीने के दूसरे हफ्ते में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है।
* जजों की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की थी, इसमें चीफ जस्टिस भी शामिल हैं।
क्या है पनामा पेपर लीक मामला और क्या है शरीफ पर आरोप...
* अप्रैल में पनामा की लॉ फर्म के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट्स लीक हुए।
* अमेरिका के एक NGO खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (ICIJ) ने इसका खुलासा किया।
* ये डॉक्युमेंट्स पनामा की कंपनी मोसाक फोंसेका के थे जिसे जर्मन अखबार ने छापा।
* दुनिया भर के करीब 140 राजनेताओं, अरबपतियों की छिपी संपत्ति का भी खुलासा हुआ।
* जांच में जो डेटा सामने आया, वो 1977 से लेकर 2015 तक लगभग 40 वर्षों का है।
* पनामा स्थित लॉ फर्म मोसैक फॉन्सेका से लीक ये दस्तावेज लीक हुए थे।
* इसके कारण सवालों के घेरे में नवाज शरीफ और पाकिस्तान के कई बड़े नेता भी आए।
* पनामा लीक को लेकर पाकिस्तान में आयोग बनाया गया, जिसकी जांच सुप्रीम कोर्ट कर रहा है।
* नवाज पर आरोप है कि उन्होंने जेद्दा में स्टील फैक्टरी लगाई और बाद में उसे गलत ढंग से बेचा।
* मोसाक फोंसेका के जरिए उस काले धन को वैध कर ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में लगाया।
पाक निर्वाचन आयोग ने भी मांगा था जवाब...
* इससे पहले पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने अगस्त महीने ने शरीफ को नोटिस भेजा था।
* नवाज शरीफ को भेजे नोटिस में 20 दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया था।
* जिस पर शरीफ या उनकी पार्टी की और से कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया।
सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे जांच के आदेश...
* 1 नवंबर को इस मामले की सुनवाई के दौरान पाक सुप्रीम कोर्ट ने जांच के आदेश दिए थे।
* कोर्ट ने कहा था पनामागेट केस की जांच के लिए शर्ते वो तय करेगा और मॉनिटरिंग भी करेगा।
* साथ ही जांच के लिए एक आयोग बनाया गया जिसके पास सुप्रीम कोर्ट की सारी शक्तियां दी गईं।
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