
मुस्लिम महिलाएं रोते रोते सुप्रीम कोर्ट गयी, तीन तलाक और हलाला से आज़ादी के लिए
और तभी से मीडिया में भी ये बहस चल ही रही है, और लगभग पूरा देश जान चूका है की, तीन तलाक और हलाला के जरिये किस प्रकार महिलाओं का शोषण कट्टरपंथी कर रहे है
किसी भी कीमत पर कट्टरपंथी तीन तलाक और हलाला ख़त्म नहीं होने देना चाहते
ये सुप्रीम कोर्ट में कुरआन अल्लाह का हवाला भी दे चुके है, और कई कट्टरपंथी तो भारत के खिलाफ जिहाद तक की धमकी टीवी डिबेट में दे चुके है
महिलाओं का शोषण किसी भी कीमत पर ये नहीं बंद करना चाहते, पर अगर आप ऐसा सोचते है की
केवल भारत के कट्टरपंथी ही महिलाओं के प्रति ये सोच रखते है तो आप सरासर गलत है, सऊदी अरब के मुस्लिम धर्मगुरु देखें महिलाओं पर क्या मानसिकता रखते है, कुरान क्या कहती है देखिये
सऊदी अरब का ये धर्मगुरु बता रहा है की, पत्नी को पीटना हमारे मजहब का हिस्सा है, और हमे अन्य देशों के सामने (काफ़िर देशों के सामने) शर्माना नहीं चाहिए, कुरआन ने बताया है की पत्नी को किस तरह पीटा जाए, और कुरआन अल्लाह ने भेजी है, ताकि हम अल्लाह के अनुसार चल सके
कुरआन में लिखा है पत्नी को पीटो, तो उसे पीटना चाहिए, शर्माना नहीं चाहिए"
ये मजहबी धर्मगुरु बड़े गर्व से बता रहा है की महिलाओं को पीटना, उनपर अत्याचार तो मजहब का अभिन्न अंग है, और खुद अल्लाह ने ही ऐसा करने को कहा है
इस मानसिकता के कट्टरपंथी, महिलाओं का शोषण बंद करेंगे, ये संभव ही नहीं
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