पाकिस्तान के एक मिलिट्री कोर्ट द्वारा जासूसी के आरोप में फांसी की सजा सुनाए गए कुलभूषण जाधव इस वक्त कहां और किस हालत में हैं, इसके बारे में भारत सरकार को भी नहीं पता है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.
जाधव पूरे भारत का बेटा, बचाने को हर कोशिश की जाएगी
इसके साथ ही भारत सरकार ने साफ किया कि कुलभूषण जाधव को फांसी के तख्ते से बचाने के लिए जो कुछ संभव हो वह किया जाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने गुरुवार को कहा कि जाधव सिर्फ अपने परिवार का नहीं, बल्कि पूरे भारत का बेटा है और पूरे देश के लोगों की भावनाएं उनसे जुड़ी हुई हैं.
इसके साथ ही भारत सरकार ने साफ किया कि कुलभूषण जाधव को फांसी के तख्ते से बचाने के लिए जो कुछ संभव हो वह किया जाएगा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने गुरुवार को कहा कि जाधव सिर्फ अपने परिवार का नहीं, बल्कि पूरे भारत का बेटा है और पूरे देश के लोगों की भावनाएं उनसे जुड़ी हुई हैं.
जब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से यह पूछा गया कि जाधव को बचाने के लिए भारत सरकार क्या कदम उठा सकती है तो इस बारे में उन्होंने विस्तार से बताने से मना कर दिया, लेकिन यह जरूर कहा कि इसको लेकर प्रयास लगातार जारी हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कुलभूषण जाधव के ऊपर जासूसी के आरोप तो लगाए जा रहे हैं, लेकिन भारत के प्रतिनिधि को उनसे नहीं मिलने दिया जा रहा है. इसके लिए पाकिस्तान को 13 बार अनुरोध भेजा जा चुका है और आगे भी कोशिश जारी रहेगी.
पाकिस्तान के दावों में बड़ झोल
गोपाल बागले ने कहा कि कि यह हैरानी की बात है कि कुलभूषण जाधव पर जासूसी का आरोप भी लगाया जा रहा है और यह भी कहा जा रहा है कि उनके पास से भारतीय पासपोर्ट मिला. कोई भी आदमी इस बात को समझ सकता है कि जासूसी करने निकला कोई एजेंट अपने जेब में अपने देश का पासपोर्ट लेकर साथ नहीं घूमेगा.
गोपाल बागले ने कहा कि कि यह हैरानी की बात है कि कुलभूषण जाधव पर जासूसी का आरोप भी लगाया जा रहा है और यह भी कहा जा रहा है कि उनके पास से भारतीय पासपोर्ट मिला. कोई भी आदमी इस बात को समझ सकता है कि जासूसी करने निकला कोई एजेंट अपने जेब में अपने देश का पासपोर्ट लेकर साथ नहीं घूमेगा.
विदेश मंत्रालय ने कहा, सच्चाई यह है कि जाधव एक निर्दोष भारतीय नागरिक हैं, जो पहले नौसेना में काम करते थे और रिटायरमेंट लेने के बाद ईरान में अपना बिजनेस कर रहे थे, जहां से उनका अपहरण कर लिया गया.
बागले ने साथ ही कहा, लेकिन वह पाकिस्तान कैसे पहुंचे इस बारे में विस्तार से तभी पता चल सकता है, जब पाकिस्तान सरकार उनसे मिलने की इजाजत दे. उन्होंने कहा कि कुलभूषण जाधव के साथ जो कुछ हुआ है, उसे ईरान सरकार को भी बताया जा चुका है, क्योंकि वह ईरान में ही अपना बिजनेस कर रहे थे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज के दिए गए वक्तव्य को दोहराते हुए कहा कि भारत लगातार यह बात कह रहा है कि जिस तरह से कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई गई, वह न्याय की सारी प्रक्रिया के विरुद्ध है. अगर उनके खिलाफ कोई भी कदम उठाया जाता है, तो भारत इसे सोची समझी हत्या ही मानेगा.
पाकिस्तान में भारतीय जासूस होने के आरोप में मार्च 2016 में गिरफ्तार हुए कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई गई है. पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के मुताबिक फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल ने जाधव को मौत की सजा सुनाई और पाक आर्मी चीफ ने इसकी पुष्टि भी कर दी यानी जाधव को 90 दिन के भीतर फांसी की सजा दी जानी है.
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