
नई दिल्ली - पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह दे रहा है और अफगानिस्तान में उनका एक 'रिजर्व' के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। एक शीर्ष अमेरिकी खुफिया अधिकारी का यह कहना है, जिनके अनुसार पाकिस्तान लगभग वही चाहता है जो हम चाहते हैं, एक सुरक्षित, सुदृढ़ और स्थिर अफगानिस्तान। बस एक चीज नहीं देखना चाहता और वो है अफगानिस्तान में भारत का बढ़ता प्रभाव।
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# अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विंसेंट स्टीवर्ट ने विश्वव्यापी खतरों पर एक सुनवाई के दौरान शक्तिशाली सशस्त्र समिति के सदस्यों के सामने यह बातें कहीं। स्टीवर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सभी चुनौतियों को अपने देश के लिए एक भारतीय खतरे के लेंस से देखता है। इसलिए उसने 'रिजर्व टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन' रखे हैं। ताकि अगर अफगानिस्तान कभी भी भारत के प्रति झुकाव दिखाता है तो पाकिस्तान सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान के विचार का समर्थन नहीं करेगा।
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# स्टीवर्ट ने कहा कि पाकिस्तान को स्पष्ट तौर पर यह संदेश देने की जरूरत है कि अफगानिस्तान की सुरक्षा और स्थिरता उस क्षेत्र में सभी पक्षों के हित में है और पाकिस्तान के लिए यह खतरा नहीं है। बकौल स्टीवर्ट, हमें पाकिस्तान को समझाने की जरूरत है कि अगर वह किसी भी हक्कानी नेटवर्क के सदस्यों को पनाह दे रहे हैं तो इसे जारी रखना उसके हित में नहीं है। हम सभी को मिलकर उन 20 आतंकवादी संगठनों के खिलाफ काम करने की जरूरत है, जो ना सिर्फ अफगानिस्तान, पाकिस्तान को बल्कि पूरे क्षेत्र को कमजोर कर रहे हैं। इसके बाद पाकिस्तान को पश्तुन से तालिबान को अलग करना चाहिए, जो एक पश्तुन बहुत अफगानिस्तान चाहते हैं।
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