# कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद ट्रस्टी बोर्ड द्वारा सस्पेंडेड इमाम मौलाना नुरुर रहमान बरकती ने गुरुवार को मस्जिद परिसर में ही अपने ऊपर हमले का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि गुरुवार को दोपहर बाद उन पर तब हमला हुआ जब वे दूसरे गुट के विरोध के बावजूद नमाज पढ़ कर मस्जिद से अपने कमरे की ओर बढ़ रहे थे. दोनों गुटों ने अलग-अलग नमाज पढ़ा. आपको बता दें कि अपने बड़बोलेपन की वजह से पिछले कई महीनों से मीडिया की चर्चा में बने बरकती को बढ़ते विवाद के बाद हटा दिया गया है.
यह नही पढ़ा तो कुछ नही पढ़ा -
# हमले के बाद बरकती ने आरोप लगाया है कि उन पर कथित हमला आरएसएस ने करवाया है, हालांकि वे इस सवाल का जवाब नहीं दे सके कि आखिर आरएसएस ने उन पर क्यों हमला करवाया? बरकती ने इस बारे में भी कुछ नहीं कहा कि हमले के पीछे किसकी साजिश थी? हालांकि कुछ लोगों ने बताया कि बरकती पर हमला एक काला शर्ट पहने युवक ने किया जो मस्जिद का नहीं था.
यह नही पढ़ा तो कुछ नही पढ़ा -
# कुछ दिनों पहले ही जिद पर अड़े बरकती को अपने वाहन से लाल बत्ती हटानी पड़ी थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें लालबत्ती इस्तेमाल करने का अधिकार है. मौलाना नूर-उर रहमान बरकती ने कहा, 'नहीं, मेरे ऊपर लाल बत्ती हटाने का कोई राजनैतिक दबाव नहीं था. कैसे राजनैतिक दल मुझ पर दबाव डालेंगे. मैं शाही इमाम हूं और कानून का पालन करूंगा.'
यह नही पढ़ा तो कुछ नही पढ़ा -
# उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों और कानून की अनदेखी के लिए तीन अलग-अलग शिकायतें पुलिस में दर्ज हो चुकी हैं. शिकायतें लाल बत्ती के अवैध इस्तेमाल और भड़काऊ भाषण देने के आरोप में हैं. ये शिकायतें अलग-अलग व्यक्तियों की ओर से कोलकाता के तोपसिया और गरियाहाट, हावड़ा के गोलाबाड़ी पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई हैं. लेकिन इसके बावजूद उन पर कोई असर नहीं पड़ा दिखता है. बरकती ने कहा था, 'किसी में मेरी लाल बत्ती हटाने की हिम्मत नहीं है. ये हजारों साल से हमारे साथ है. ये RSS है जो अवैध है. मोदी अवैध है, मेरी कार की लाल बत्ती नहीं.'
यह नही पढ़ा तो कुछ नही पढ़ा -
यह नही पढ़ा तो कुछ नही पढ़ा -
यह नही पढ़ा तो कुछ नही पढ़ा -
0 comments: