पालक की पतियों में लोहा नामक तत्व बहुतायत मात्रा में पाया जाता है और ताज़ी पालक की सब्जी आपके स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक मानी जाती है। पालक हरी पत्तो वाली एक सब्जी है। पालक ज्यादातर मध्य और दक्षिणी एशिया में उगाई जाती है,
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पालक के पौधे तक़रीबन 1 फूट की ऊंचाई तक जाते है। इसका स्वाद हल्का सा कड़वा जरुर होता है लेकिन यह सबसे प्रभावशाली और बहुपयोगी सब्जियों में से एक मानी जाती है, क्योकि इसमें बहुत से एंटीओक्सिडेंट, न्यूट्रीशन और एंटी-कैंसर तत्व पाए जाते है। इसकी सुखी, कुरकुरीत और हरी पत्तियों का उपयोग बहुत से पकवानों में सामग्री के तौर पर किया जाता है। यह सभी पुरे साल हमें बाजार में आसानी से मिल जाती है
@ माँसपेशियो को मजबूत बनाने में :
पालक में पाया जाने वाला यौगिक, फैक्टर C 0-Q 10 एक एंटीओक्सिडेंट है जो माँसपेशियो को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विशेषतः ह्रदय की माँसपेशियो को मजबूत करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जर्नल ऑफ़ कार्डियोवैस्कुलर नर्सिंग के अनुसार, C 0-Q 10 का उपयोग बहुत से कार्डियोवैस्कुलर रोग जैसे हाइपरलिपिड़ेमिया, ह्रदय का बंद पड़ना, हाइपरटेंशन और ह्रदय विकार को ठीक करने के लिए किया जाता है।
@ तनावमुक्त करने में :
पालक शरीर को शांत रखता है और शरीर को हमेशा तनावमुक्त रखता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में जिंक और मैग्नीशियम पाया जाता है जिससे आपको रात में अच्छी और गहरी नींद आती है। साथ ही मैग्नीशियम आपको खोई हुई उर्जा को वापिस लौटने में सहायता करता है। पर्याप्त मात्रा में नींद पूरी होने से आपको थकान महसूस नही होती और आपका पूरा शरीर तनावमुक्त रहता है।
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@ अस्थमा जेसी समस्या को कम करता है :
जो लोग रोजाना पर्याप्त मात्रा में न्यूट्रीशन का सेवन करते है उनमे अस्थमा होने का खतरा 90% तक कम हो जाता है। इनमे से एक महत्वपूर्ण न्यूट्रीशन है बेटा-कैरोटीन, जिसे पाने का सर्वोत्तम स्त्रोत पालक ही है। पालक के अलावा खुबानी, कद्दू, खरबूजा और गाजर भी बेटा-कैरोटीन पाने का अच्छा स्त्रोत है।
@ ब्लड प्रेशर के नियन्त्रण में :
पालक में उच्च मात्रा में पोटेशियम पाए जाने के कारण पालक हाई ब्लड प्रेशर को समस्या को दूर करता है और साथ ही शरीर में सोडियम से होने वाले प्रभाव को भी दूर करता है। शरीर में कम मात्रा में पोटेशियम होने से हाई ब्लड प्रेशर होने का खतरा बढ़ जाता है, इसीलिए पर्याप्त मात्रा में पालक और दूसरी हरी सब्जियों का सेवन करते रहना बहुत जरुरी है।
@ कैंसर का खतरा कम करने में :
पालक और दूसरी हरी सब्जियों में क्लोरोफिल पाया जाता है, जो कार्सिनोगेनिक के प्रभाव को कम करने में सहायक है। साथ ही पालक में पाए जाने वाले दुसरे एंटीओक्सिडेंट तत्व आपके शरीर को कैंसर से बचाते है। पर्याप्त मात्रा में पालक का सेवन करने से आपके शरीर में कैंसर होने का खतरा टल जाता है।
@ हड्डियों को मजबूत बनाने में :
शरीर में विटामिन K की कमी होने से हड्डियों के कमजोर होने या फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिये समय-समय पर शरीर में विटामिन K की पूर्ति होना बहुत जरुरी होता है, क्योकि विटामिन K हड्डियों में प्रोटीन की कमी को पूरा करता है और कैल्शियम के अवशोषण को बढाता है। इससे हमारी हड्डियाँ मजबूत होने लगती है।
@ बाल और त्वचा को स्वस्थ बनाने में :
पालक में ज्यादा मात्रा में विटामिन A पाया जाता है, जो हमारे बालो को मुलायम बनाने में सहायक है।स साथ ही विटामिन A शरीर, बालो और त्वचा के ऊतको को विकसित करने में भी सहायक है। पालक और दूसरी हरी सब्जियाँ जो विटामिन C से युक्त होती है, वे सभी कोलोजन के नियंत्रण में सहायक है और पालक हमारी त्वचा और बालो को एक विशेष आकार भी प्रदान करता है।
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