
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे शहर में शनिवार वाडा किला है। इस किले की नीव शनिवार के दिन रखी गई थी इसलिए इसका नाम शनिवार वाडा पड़ा। इसे 18वीं शताब्दी में मराठा साम्राज्य पर शासन करने वाले पेशवाओं ने बनवाया था। यहां 1818 तक पेशवाओं ने राज किया था। इसके इतिहास से जुड़ी है एक ऐसी बात जो इस किले को भयानक बनाती है।
ये किला अपनी ऐतिहासिकता के लिए तो प्रसिद्ध है ही, लेकिन साथ में यहां 16 साल के एक मराठा की क्रूरता से हुई हत्या के लिए भी जाना जाता है। नारायण राव 16 साल की उम्र में मराठा साम्राज्य के पांचवे पेशवा बने थे। 1773 में उसकी षड्यंत्रपूर्वक ह्त्या कर दी गई थी। उसके आखिरी शब्द ‘Kaka Mall Vachva” (Uncle Save Me)’ आज भी इस किले में सुनाई देते हैं।
नारायण राव को पेशवा बनाने से काका (चाचा) राघोबा और काकी (चाची) अनादीबाई खुश नहीं थे। वो खुद पेशवा बनना चाहते थे उनको एक बालक का पेशवा बनना पसंद नहीं आ रहा था। 30 अगस्त 1773 को नारायण राव के खिलाफ उसके काका और काकी ने उसकी हत्या का षड्यंत्र रचा और पहरेदारों से उसके टुकड़े करवा दिए। जब इस खतरे को नारायण ने भांप लिया तो वो जान बचाने के लिए भागे और चिल्लाते गए ‘Kaka Mall Vachva” (Uncle Save Me)’। लेकिन बच नहीं पाए। कहते हैं कि उसकी आत्मा आज भी यहां भटकती है और चांदनी रात को आज भी ये आवाज इस किले में आती है।
इस किले की नींव पेशवा बाजीराव प्रथम ने 1730 में शनिवार को रखी थी और ये 1732 को बनकर तैयार हुआ। बाद में भी किले के अंदर कई इमारते और एक लोटस फाउंटेन का निर्माण हुआ। इस किले में लगी टीक की लकड़ी जुन्नार (Junnar) के जंगलो से, पत्थर चिंचवाड़ (Chinchwad) की खदानों से तथा चुना जेजुरी (Jejuri) की खदानों से लाया गया था। इस महल में 1828 को भयंकर आग लगी थी जिसकी वजह से ये किला नष्ट हुआ। अभी भी ये किला अच्छी हालत में हैं। इस किले में 7 मंजिले हैं ये आज भी पुणे का मेन टूरिस्ट अट्रेक्शन है। इसमें 5 बड़े दरवाजे हैं, पिलर्स, गार्डन, फाउन्टेन और छत हैं, जो आज भी देखने लायक हैं। इसे बनने में 16,110 रुपए लगे थे जो उस समय काफी ज्यादा होते थे। ये पांच दरवाजे दिल्ली दरवाजा, मस्तानी दरवाजा, खिड़की दरवाजा, गणेश दरवाजा और जंभूल दरवाजा या नारायण दरवाजा। हर एक दरवाजे की अलग ही खूबसूरती है।
यहां जाने का बेस्ट समय
विजिट का समय :सुबह 9 बजे से शाम 5.30 तक
ऐड्रेस: शनिवार पेठ, पुणे, महाराष्ट्र
फोन:020 2612 6867
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