नई दिल्ली। पाकिस्तान सरकार की तमाम सख्ती के बाद भी यहां तालिबानी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं है। कुछ महीने पहले ऑनर किलिंग में एक युवती को जिंदा जलाने के बाद अब एक 22 वर्षीय शादीशुदा युवती शकीलाको पत्थर मार मारकर जान लेने की कोशिश की गई है। युवती को पत्थरों से जान से मारने की कोशिश करने वाला कोई बाहरी आदमी नहीं बल्कि उसके पिता और देवर ही थे। इस जानलेवा हमले में शकीला जीवित बच गई। अब स्वातघाटी के एक अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच उसका इलाज किया जा रहा है।
इस हमले में शकीला के दोस्त को जान से मार दिया गया है। लेकिन उसकी किस्मत अच्छी थी की वो जिन्दा बच गई। खबरों के अनुसार यह घटना स्वात घाटी के उसी स्थान के पास की है जहां पर लड़कियों के लिए शिक्षा की वकालत कर रहीं मलाला युसुफजई को गोली मारी गई थी। रिपोर्ट में पता चला है की शकीला की शादी हो चुकी है और उसका पति कामधंधे के लिए कहीं बाहर गया हुआ था। इसी दौरान शकीला अपने एक दोस्त बिलाल (27) से मिल रही थी तभी पीछे से उसका देवरआ गया और उसने उनको देख लिया। इसके बाद आरोपी देवर ने दोनों को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और फिर शकीला के पिता रहीम बाचा को बुला लिया।
इसके बाद शकीला के पिता और देवर ने दोनों को रस्सी से बांधकर उनकी बुरी तरह से पिटाई कर दी। जिसमें युवक की मौत हो गई। खबरे है की शरिया कानून में अवैध संबंध रखने वाली महिला को पत्थर मार मारकर मौत के घाट उतारने को जायज माना जाता है। और तालिबानइसी कानून को मानता है। शकीला के पिता और देवर ने तालिबानी अंदाज में पत्थर मार मारकर लड़की को जान से मारने की कोशिश की परन्तु वह जिंदा बच गई। आरोपी अवैध संबंधों के आरोप में शकीला को जान से मारना चाहता था। खबरे है की स्थानीय पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है लेकिन अभी कुछ स्पष्ठ नहीं है।
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