
कानपुर (27 अप्रैल): जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों ने आज आर्मी के एक कैंप पर आत्मघाती हमला किया। इस हमले में सेना के तीन जवान शहीद हो गए। जिनमें एक कैप्टन और एक जेसीओ भी शामिल हैं। हमले में सुरक्षबलों ने दो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।
हमले में शहीद कैप्टन आयुष यादव ने आतंकियों से लोहा लेते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दे दिया। जवानों की शहादत को देश सलाम कर रहा है लेकिन जवानों के परिजन सरकार से तीखे सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर कब तक वो अपने बेटों को खोते रहेंगे। कानुपर में रहने वाले शहीद आयुष यादव के पिता अरुण यादव ने सरकार से पूछा है कि उन्होंने तो अपना बेटा खो दिया लेकिन आखिर कब तक देश अपने बेटों को ऐसे ही खोता रहेगा।
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आपको बता दें कि आयुष इकलौता बेटा था और बुधवार को ही फोन पर उन्होंने अपने पिता को घूमने के लिए श्रीनगर बुलाया था। लेकिन जब पिता ने कहा कि वहां तो बहुत पत्थरबाजी हो रही है तो इस पर आयुष हंसने लगे। अब इस पिता अपने बेटे शहादत पर गर्व है वहीं गम इस बात की है उनके लाल अब इस दुनिया में नहीं रहा।
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