आमतौर पर खांसी दो तरीके की हो सकती है, बलगम वाली खांसी जिसे हम कफ वाली खांसी भी कहते है और सूखी खांसी। खांसी गले का रोग है जो छाती में जमा कफ, फेफड़ों, सांस की नली और गले में इंफेक्शन के कारण होती है। छाती और सांस से संबंधित कोई भी रोग हो खांसी की शिकायत होना आम है।खांसी की समस्या होने पर आप सुकून से कोई काम नहीं कर सकते हैं। खांसी बदलता मौसम, ठंडा-गर्म खाना पीना या फिर धूल या किसी अन्य चीज से एलर्जी के कारण सकती है ।
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आइए हम आपको खांसी से छूटकारा पाने के घरेलू रामबाण नुक्से बताते है -
@ तुलसी पत्ते, 5 काली मिर्च, 5 नग काला मनुक्का, 6 ग्राम गेहूँ के आटे का चोकर , 6 ग्राम मुलहठी, 3 ग्राम बनफशा के फूल लेकर 200 ग्राम पानी में उबालें। 1 /2 रहने पर ठंडा कर छान लें। फिर गर्म करके बताशे डालकर रात सोते समय गरम-गरम पी जाएँ और चादर ओढ़कर सो जाएँ तथा हवा से बचें। कैसी भी खुश्क खाँसी हो, ठीक हो जाएगी।
@ एक चम्मच अजवाइन एवं हल्दी मिलाकर गरम कर ले,फिर उसे ठंडा होने के बाद शहद मिलाकर पीने से खांसी जल्दी ही दूर हो जाती है।
@ मुलेठी और सूखा आंवला पीस कर चूर्ण बना ले और मिलाकर रख ले। छाती में जमा कफ साफ़ करने के लिए इस चूर्ण का 1 चम्मच सुबह शाम खली पेट ले। अगर गले में छाले हो रहे हो तो इस चूर्ण में बराबर मात्रा में मिश्री मिला ले। अब 6 ग्राम चूर्ण 250 ग्राम दूध के साथ लेने से गले के छालों में जल्दी आराम मिलता है।
@ खांसी होने पर सेंधा नमक की डली को आग पर अच्छे से गरम कर लीजिए। जब नमक की डली गर्म होकर लाल हो जाए तो तुरंत आधा कप पानी में डालकर निकाल लीजिए। उसके बाद इस नमकीन पानी को पी लीजिए। ऐसा पानी 2-3 दिन सोते वक्त पीने पर खांसी समाप्त हो जाती है।
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@ काली खांसी का देसी इलाज के लिए एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच पान का रस मिलाकर शहद या गुड़ इसमें डाल दे। अब इस मिश्रण को गुनगुना कर के इसका सेवन करे। कुछ ही मिनटों में खांसी आना बंद हो जायेगा। खांसी जल्दी ठीक करने के लिए ये एक अचूक दवा है।
@ पानी में नमक, हल्दी, लौंग और तुलसी पत्ते उबालें। इस पानी को छानकर रात को सोते समय गुनगुना पिएँ। इसके लगातार सेवन से 7 दिनों के अंदर खाँसी पूरी तरह से समाप्त हो जाती है ।
@ सूखी खांसी से छुटकारा पाने के लिए तुलसी, अदरक और काली मिर्च से बना हुआ काढ़ा पिए। देसी घी से बना हुआ बेसन का हलवा खाने से भी सुखी खांसी दूर होती है।
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