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राष्ट्रपति भवन के पास एक मुसलमान .. ये ख़बर पढ़कर आपके तोते उड़ जाएँगे



हम आपके लिए एक ऐसी ख़बर लेकर आए हैं जिसको पढ़कर आपके होश उड़ जाएँगे। बता दें कि देश का राष्ट्रपति भवन हमेशा से और पूरी तरह से सुरक्षा के चाक चौबंद से पूरी तरह घिरा रहता है । लेकिन शनिवार की रात उस समय भयंकर हड़कंप मच गया जब वहाँ की पुलिस को प्रेजिडेंट स्टेट में एक गुप्त गुफा की जानकारी मिली ।

ग़ौरतलब हो कि राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों की टीम को शनिवार ( 10 -12-2016 ) की रात ये सनसनीख़ेज़ सूचना मिली कि एक मुस्लिम व्यक्ति प्रेजिडेंट स्टेट के बॉडीगार्ड लाइन्स में पत्थर की बड़ी दीवार को फाँदकर पार करने की कोशिश कर रहा है और जब मौके पर जब पुलिस की टीम पहुंची तो छानबीन के बाद सबके होश उड़ गए ।
मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर बताया जा रहा है कि जैसे ही पुइस को सूचना मिली पुलिस ने आतंकी गतिविधि की आशंका को लेकर एक टीम का गठन किया ऑअ पीछे के जंगल में जब सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो पता चला कि पिछले एक नहीं दो नहीं दस नहीं बल्कि 40 वर्षों से यहां गुफा बनाकर गाजी नूरल हसन नाम का व्यक्ति रह रहा है । पुलिस तुरंत उसे गिरफ्तार कर चाणक्यपुरी थाने ले गई ।
इस 68 वर्षीय गाजी नूरल से जब कड़ी पूछताछ की गई तो ये बातें सामने आयी।  नूरल ने बताया कि वो तो पिछले 40 सालों से यहां रहता है और आज तक किसी ने उसको टोका नहीं। उसने ये भी बताया कि गुफा के नजदीक स्थित मुस्लिमों की एक मजार है और उस मजार पर जो पैसे लोग चढ़ाते हैं उससे मेरा पेट चलता है ।
केवल ग़ाज़ी नूरल हसन ही नहीं उस गुफ़ा में उसका 20 साल का बेटा मोहम्मद नूर भी रहता है । हसन के पास से भारत देश के वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट और बिजली कनेक्शन भी मिले हैं ।  सभी दस्तावेजों पर मजार का पता लिखा हुआ है । हसन का अभी तक तो ये दावा है कि वह मजार की देखरेख करता है ।
आगे ग़ाज़ी ने जो बताया उसके आधार पर ध्यान दें कि वह खुद को एक उर्दू लेखक और मुस्लिम धर्मगुरू बताता है। हसन ने ये भी कहा कि पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने उसे एक धार्मिक शिक्षक के तौर पर नियुक्त किया थापर वो नियुक्ति के कोई काग़ज़ पेश नहीं कर सका है। उसने बताया कि वह उसके बाद वह प्रेसीडेंट एस्टेट में शिफ्ट हो गया था। और तो और उसका तो यह भी दावा किया है कि पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद के कहने पर उसने कुछ  मुस्लिम परिवारों को उर्दू  भाषा भी सिखाई थी । ये गाजी नूरल हसन मूलतः  उत्तर प्रदेश में किसी जगह का रहने वाला है  ।
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