सागरिका के साथ ये घटना 1998 में घटित हुई थी इसके समय का कोई कोई सही अंदाज़ा नहीं हो सका है । सागरिका ने इस घटना के बारे में बताया था कि उसने अपनी मारुति कार अल्जरियान लेडी की कोंटेसा ( 2 CD 6 ) के सामने पार्क की थी । झगड़ा तक शुरू हुआ जब अल्जरियान डिप्लमैट की पत्नी ने कहा कि पार्क करते समय जगह का ध्यान नहीं रखा और मेरी गाड़ी निकल नहीं पायी ।
सागरिका ने पूरी बात बतानी चाही पर Abdaoui abdel Hamid की पत्नी गरम हो गयी और गालियाँ देने लगी थी । सागरिका ने हालाँकि कहा – पागल मत बनो आपके लिए काफ़ी जगह है । उसके बाद हामिद की पत्नी अपनी कार से बाहर निकली और सागरिका की मारुति का दरवाज़ा खोलकर उसको बाहर निकाल कर धक्का दे दिया और उसके बाद तो पाँच मिनट तक सागरिका को थप्पड़ , लातों और घूँसों से पीटा गया । तभी वहाँ पुलिस की जिप्सी आयी तो मामला कुछ शांत हुआ ।
सागरिका ने इसके बाद सफ़ाई देते हुए कहा – उसने हमें भारतीय होने को लेकर गालियाँ दी तो मैं कैसे सहन कर सकती थी । बताया गया कि इस मामले में दूतावास इन्वोल्व होने की वजह से कोई केस रजिस्ट्रेड नहीं हुआ था । वहाँ इतनी भयंकर लड़ाई हुई थी कि एक पान वाले को और बाक़ी दुकानदारों को सागरिका को बचाने के लिए बीच में आना पड़ा था ।
जो भी हो लेकिन अल्जरियन दूतावास के कर्मचारियों ने अपनी पहुँच का नाजायज़ फ़ायदा उठाया था । लेकिन उन पर कोई करवाई नहीं हुई क्या वे लोग भारत के क़ानून से ऊपर थे? घटना से सम्बंधित ये ट्वीट पढ़ें । 15 या 16 फ़रवरी 1998 को घटी इस घटना के बारे में आउट्लुक ने उस समय एक लेख भी लिखा था आप यहाँ क्लिक करके वो लेख पढ़ सकते हैं । नीचे ये ट्वीट भी देखें ।
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