संबंध को लेकर आज भी कई तरह के कंफ्यूज़न हमारे समाज में हैं। संबंध के प्रति हमारा नजरिया बहुत हद तक हमारे समाज, हमारी परवरिश और हमारी जानकारियों के स्रोंतों से लेकर हमारे अनुभवों और बहुत हद तक हमारी उम्र पर भी निर्भर करता है। हर उम्र के लोगों के लिए संबंध के अलग मायने होते हैं और इसलिए उन्हें इसी हिसाब से बिहेव करना चाहिए।
20 की उम्र में संबंध
इस उम्र में हार्मोन्स काफी तेजी से बढते है और संबंध को लेकर उत्सुकता और रोमांस भी काफी होता है। ऐसे में संबंध को लेकर एक्सपेरिमेंट भी इस उम्र में ज्यादा होते है। इस उम्र में संबंध को लेकर उत्सुकता और रोमांस का लेवन बहुत हाई होता है। जानकारी की कमी की वजह से मन में संबंध को लेकर कई गलत घारणाएं और अपेक्षाएं भी घर कर जाती है। ऐसे में जरूरी है कि संबंध को महज शारीरिक क्रिया न समझकर प्यार और भावना से जुड़ा काम समझा जाए ताकि रिश्ता मजबूत बने। साथ हर तरह की सावधानी बरतना जरूरी है।
30 की उम्र में संबंध
30 की उम्र में संबंध की फ्रीक्वेंसी 20 की उम्र के मुकाबले कम भले हो जाती है, लेकिन संबंध की क्वॉलिटी में इजाफा जरूर हो जाता है। दोनों पार्टनर परिपक्व हो चुके होते है, एक दूसरे को समझ चुके होते हैं। संबंध के दौरान एक-दूसरे की पसंद-नापसंद भी जान चुके होते है, जिससे संबंध ज्यादा आनंददायक बन जाता है। कई शोध इस बात का भी खुलासा करते है कि महिलाएं लेट थर्टीज में अपनी संबंधअल पीक पर होती है। काम और जिम्मेदारियां बढ़ने से खुद को शारीरिक रूप से फिट और स्वस्थ रखना भी मुश्किल होता जाता है।
40 की उम्र का संबंध
इस उम्र तक आते-आते दोनों पार्टनर एक-दूसरे को पूरी तरह से समझ चुके होते हे। एक-दूसरे को किस तरह से सुख देना है और किसे क्या पसंद है इसकी जानकारी के कारण ही इस उम्र में संबंध बेहतर और संतुष्टि देने वाला होता है। हालांकि संबंध की फ्रीक्केंसी कम हो चुकी होती है। महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होते है। मूड में बदलाव, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां संबंध लाइफ प्रभावित करती है। पुरूषों में भी ब्लडप्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां ज्यादा पाई जाती हैं। इससे संबंध क्षमता प्रभावित होती है। इसलिए एक्सपर्ट्स की सलाह है कि अपनी फिटनेस और सेहत पर ध्यान दे, ताकि लोग इस उम्र में भी संबंध लाइफ एंजॉय कर सकें।
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