
ऑस्ट्रिया की एक 18 साल की लड़की ने अपने पेरेन्ट्स पर केस किया है। वजह ये है कि पेरेन्ट्स ने उसके बचपन की सैकड़ों फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर दी। वो भी उसकी मर्जी के बिना। लड़की का कहना है, "जब मैं 11 साल की थी, तब से उन्हें मना कर रही हूं। प्लीज, मेरी बचपन की फोटो फेसबुक पर मत पोस्ट करिए। मुझे अच्छा नहीं लगता है। मैं बड़ी होऊंगी तो दोस्त मेरा मजाक बनाएंगे। लेकिन उन्हें पता ही नहीं है कि शर्म क्या होती है..? प्राइवेसी क्या होती है..?" ऑस्ट्रिया में यह अपनी तरह का पहला मामला है।
लड़की का कहना है, "उन्होंने इस बात की जरा भी परवाह नहीं की कि किसी फोटो में मैं टॉयलेट में बैठी हूं। किसी में रो रही हूं। किसी में बिना कपड़ों के खेल रही हूं। किसी में बिना कपड़ों के बेड पर सोई हुई हूं। किसी में नहा रही हूं। मेरे बचपन की हर फोटो को उन्होंने पब्लिक कर दिया। आखिर क्यों..? वे मेरी करीब 500 फोटो अब तक फेसबुक पर पोस्ट कर चुके हैं। इन फोटोज को अपने 700 दोस्तों के साथ शेयर भी किया है। करीब 7 सालों से वे ऐसा कर रहे हैं। मैंने उनसे कई बार कहा कि मेरी सारी फोटो फेसबुक से हटा लीजिए। लेकिन उन्होंने मेरी बात सुनी ही नहीं। माता-पिता मुझे गंभीरता से नहीं ले रहे थे। मैं इस बात से तंग आ चुकी हूं और अब थक-हार कर कोर्ट में आई हूं।"
लड़की के पिता का कहना है, "मुझे लगता है कि मैं बेटी की फोटो फेसबुक पर पोस्ट कर सकता हूं, क्योंकि इन्हें मैंने खुद कैमरे में कैद किया है। आखिरकार, वो हमारी बच्ची है। पत्नी और मेरे लिए उसके बचपन की फोटो एल्बम अच्छी है। उसकी फोटो हमारे फेसबुक दोस्तों को भी बहुत पसंद आई है।" वहीं, लड़की की वकील कहती हैं, "यदि साबित हो जाता है कि फोटो फेसबुक पर शेयर करने से लड़की की प्राइवेसी का उल्लंघन हुआ है, तो वह केस जीत जाएगी। माता-पिता को बेटी को हर्जाना देना होगा।"
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