
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड एक आतंकी संगठन है ?
ये भी अब एक बड़ा सवाल हो चूका है, चूँकि सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक ऐसा हलफनामा दायर किए है, जो की मुस्लिम महिलाओं के बीच आतंक मचाने वाला है

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपने हलफनामे में कहा है की, पत्नी का क़त्ल कर दिया जाये, इस से अच्छा है की तलाक दे दिया जाये, और घर से निकाल दिया जाये
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने हलफनामे में ये भी कहा है की, पुरुष में सोचने समझने की क्षमता अधिक होती है, इसलिए किसी भी सूरत में तीन तलाक को ख़त्म न किया जाये
अन्यथा तीन तलाक ख़त्म हुआ और कभी शोहर और बेगम के बीच हालात बिगड़े, और शोहर उसे तलाक नहीं दे सका, तो सीसी सूरतों में फिर बेगमों का कत्लेआम भी शुरू होगा
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक तरीके से सुप्रीम कोर्ट को धमकी दी को अगर तुमने तीन तलाक का हक मुस्लिम पुरुषों से छीना, तो वो अपनी पत्नियों का क़त्ल शुरू कर देंगे
और क़त्ल से अच्छा है की तलाक को कायम रखा जाये
0 comments: