
भारत के सभी घरों में रोज पूजा होती है. पूजा करने से घर में सकारत्मक वातावरण बना रहता है. दीपक और अगरबत्ती के धुएं से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले सूक्ष्म कीटाणु भी मर जाते हैं. लेकिन घर में पूजन करते समय ये ख़ास बाते ध्यान रखनी चाहिए. हिन्दू शास्त्रों में पूजन के कुछ नियम बताये गए है.
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- चावल सभी प्रकार की पूजा में चढ़ाए जाते है. जो पूजा में चावल में चढ़ाए जाते है वो अखण्डित होने चाहिए यानी सभी चावल पुरे होने चाहिए. चावल चढाने से पहले इन्हें पिला कर ले, पीले चावल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है.
- पान का पत्ता पूजा में चढ़ाना शुभ माना जाता है. पान का पत्ता खंडित नही होना चाहिए. पान के पत्ते के साथ इलाइची, लौंग, गुलकंद आदि भी चढ़ाना चाहिए.
- पूजा करते समय हम दीपक जलाते हैं पर ये ध्यान रखें वो दीपक बुझना नहीं चाहिए. अगर दीपक बुझ जाएगा तो पूर्ण फल नहीं मिल पायेगा.
- जब हम किसी भी भगवान की पूजा करते है तो हमको एक बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि उनका आवाहन (आमंत्रित करना) करना, ध्यान करना, आसन देना, स्नान करवाना, धूप-दीप जलाना, अक्षत (चावल), कुमकुम, चंदन, पुष्प (फूल), प्रसाद आदि अनिवार्य रूप से होना चाहिए.
- घर से वास्तु दोष दूर करने के लिए घर में प्रतिदिन एक दीपक जलाये.
- देवी देवताओं को फुल पत्ती चढ़ाने से पहले अच्छे से धो लेना चाहिए.
- हर पूजन में अपने कुल देवता, कुल देवी, घर के वास्तु देवता, ग्राम देवता आदि की पूजन अवश्य होनी चाहिए.
- जिस आसन पर बैठकर पूजा करते है, उस आसन को पैरों से नहीं खिसकाना चाहिए.
- दीपक हमेशा भगवान की प्रतिमा के ठीक सामने लगाना चाहिए.
- कभी भी खंडित दीपक नहीं जलाना चाहिए.
- भगवान को उनकी पसंदीदा चीज चढ़ाने से फल दुगुना होता है.
- भगवान सूर्य की 7, श्रीगणेश की 3, विष्णुजी की 4 और शिवजी की 1/2 परिक्रमा करनी चाहिए.
- पूजन में पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए!
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