

आपको जानकार बेहद हैरानी होगी कि असम सरकार ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के आधिकारिक कार्यक्रमों में शामिल होने को लेकर जारी किए गए दिशानिर्देश में कहा है कि किसी भी तरह की बैठकों का समय एक घंटे से ज्यादा नही होना चाहिए क्यूँकि मीटिंग में समय ज़्यादा ख़राब होता है और काम प्रभावित हो जाता है अगर किसी कार्यक्रम में इससे ज्यादा समय लगे तो सबसे पहले उन्हें CM से इजाजत लेनी होगी ।
इसके साथ ही इस गाइडलाइन में ये भी कहा गया है कि जब मुख्यमंत्री किसी कार्यक्रम में जाएंगे तो उनके सामने एक समय केवल 2 लोग ही बोलें ताकि किसी कि बात समझने में कोई परेशानी ना हो और ना ही किसी की आवाज़ दबाई जा सके। एक साथ ज़्यादा लोग बोलते हैं तो असलियत में जिसको परेशानी होती है उसकी बात CM लेवल के अधिकारियों तक पहुँच नहीं पाती। खाने-पीने की चीजों के मामले में भी गाइडलाइन जारी की गई है जिसमे ये स्पष्ट रूप से कहा गया है कि केवल पानी, चाय, बिस्कुट के अलावा मुख्यमंत्री को और कुछ भी न दिया जाए ।ज़्यादा ख़र्चा या तामझाम करने की बिलकुल ज़रूरत नहीं है ।
इतना ही नही यहाँ तक की स्टेज को लेकर भी निर्देश दिए गए हैं जिसमे कहा गया है कि मंच पर सिर्फ दो लाइन ही होनी चाहिए ये नहीं की मंच पे नेताओं की भीड़ हो जाए ज़्यादा से ज़्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर बैठना चाहिए । पहली लाइन में सात लोगों के ज़्यादा के लिए कुर्सी भी नहीं लगनी चाहिए ।
0 comments: