मुझे मेहँदी लगाना बहुत पसंद है। मेहँदी लगाने के बाद हाथ भी कितने सुन्दर लगते हैं। मेरी तरह ही और भी कई युवतियां और महिलाएं हैं जो शौक से मेहँदी लगवाती हैं। इस शौक के अलावा हमारी संस्कृति में भी मेहँदी का बहुत ज्यादा महत्व है। हमारे यहाँ मेहँदी को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। कई तीज त्यौहारों पर मेहँदी लगाने की परम्परा है।
लेकिन मेहँदी के बारे में एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि मेहँदी लगाना हमेशा ही सुखद एहसास नहीं होता है। कभी-कभी इसके दुष्परिणाम भी भुगतने पड़ते हैं। मेहँदी की वजह से कई तरह के इन्फेक्शन्स भी सामने आये हैं। आइये जानते हैं इन्ही इन्फेक्शन्स के बारे में कुछ बातें।
मेहँदी रचाऊँगी में सजना के नाम की
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मेहँदी लगाना तक तो ठीक है पर मेहँदी रचना भी उतना ही महत्वपूर्ण माना जाता है। सब चाहते हैं कि उनकी मेहँदी बिलकुल गहरी रचे। बस यहीं हमसे गलती हो जाती हैं।
क्या गलती हो जाती है
हमारे यहाँ माना जाता है कि जितनी गहरी मेहँदी रचती है उतना ज्यादा ही पति प्यार करता है। बस इसी बात को ध्यान में रखते हुए मेहंदी को ज्यादा रचने वाली बनाने के चक्कर में उसमे बेधड़क रासायनिक पदार्थों का उपयोग किया जाता है। मेहँदी से इन्फेक्शन होने के पीछे मुख्य कारण इन रासायनिक पदार्थों का उपयोग करना ही है।
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